एशिया-ओशिनिया पैरा पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में फरमान बाशा ने जीते दो रजत पदक, दो साल बाद की वापसी
फरमान पिछले दो सालों से प्रतियोगिताओं से बाहर थे
दक्षिण कोरिया के प्योंगटेक में चल रही एशिया-ओशिनिया पैरा पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत के भारोत्तोलकों का धमाकेदार प्रदर्शन जारी है। गुरूवार को परमजीत और मनप्रीत के बाद अनुभवी भारोत्तोलक फरमान बाशा ने देश के लिए दो रजत पदक जीते। बाशा ने 49 किलो वर्ग के तीन दौर में 130 किग्रा, 132 किग्रा और 135 किग्रा के प्रयास के साथ कुल 397 किग्रा वजन उठाया और स्पर्धा में रजत पर कब्जा किया।
वही इसी स्पर्धा में फरमान के अलावा दक्षिण कोरिया के क्युन जिन चोई ने कुल 465 किग्रा वजन उठाकर स्वर्ण पदक जबकि किर्गिस्तान के अजिबेक जामिरबेक उलू ने 362 किग्रा वजन उठाकर कांस्य पदक हासिल किया।
फरमान ने इस चैंपियनशिप के द्वारा दो साल बाद वापसी की है। वें पिछले दो सालों से प्रतियोगिताओं से बाहर थे। उनका वापसी के बाद इस तरह का प्रदर्शन करना तारीफ के काबिल हैं। फरमान ने इस रजत पदक जीतने के बाद कहा "लंबे समय के बाद पदक जीतना अच्छा है लेकिन मुझे उम्मीद है कि हमारे प्रयासों को मान्यता मिल रही है। मेरा अगला लक्ष्य एशियाई पैरा खेल है, जिसके बाद मैं संन्यास की योजना बना रहा हूं।"
बहरहाल अब शुक्रवार को चैंपियनशिप में भारत की ओर से महिलाओं के 86 किग्रा वर्ग में भावना शर्मा जबकि अशोक और रामूभाई बाबूभाई बंभावा पुरुषों की 65 और 72 किग्रा वर्ग की स्पर्धाओं में भाग लेंगे।