पैरालम्पियन दीपा मलिक को मिली सर एडमंड हिलेरी फेलोशिप

Update: 2019-04-12 12:18 GMT
रियो पैरालम्पिक की सिल्वर मेडलिस्ट दीपा मलिक को उनकी 'प्रेरित करने वाली उपलब्धियों' के लिए साल 2019 के लिए न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री द्वारा सर एडमंड हिलेरी फेलोशिप के लिए चुना गया है। रियो पैरालम्पिक के शॉट पुट F53 इवेंट की सिल्वर मेडलिस्ट 48 साल की मलिक भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेल और संस्कृति के साथ लोगों के बीच के आपकी रिश्तों को प्रमोट करेंगी। आपको बता दें कि F53 कैटेगरी के एथलीट्स सिर्फ बैठकर ही थ्रो कर सकते हैं। एक हिलेरी फेलो के तौर पर दीपा न्यूजीलैंड जाएंगी और वहां न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न से मुलाकात करेंगी। इसके बाद वह पैरालम्पिक स्पोर्टिंग ऑर्गनाइजेशन का दौरा करेंगी और वहां एथलीट्स, छात्रों, मीडिया के साथ ही वहां रह रहे भारतीय लोगों से भी मुलाकात करेंगी। न्यूजीलैंड हाई कमीशन की रिलीज के अनुसार, 'हमें इस बात का ऐलान करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि साल 2019 के लिए न्यूजीलैंड प्राइम मिनिस्टर की सर एडमंड हिलेरी फेलोशिप इंडियन पैरालम्पिक एथलीट दीपा मलिक को दी जा रही है। प्राइम मिनिस्टर जेसिंडा अर्डर्न द्वारा दी जा रही इस फेलोशिप का लक्ष्य भारत और न्यूजीलैंड के बीच रिश्ते मजबूत करना है।' प्रेस रिलीज में आगे कहा गया, 'हमें यह अवॉर्ड किसी ऐसे व्यक्ति को देते हुए बेहद खुशी हो रही है जो हिम्मत और कर सकने वाले एटिट्यूड रूपी ऐसे दो मूल्यों को परिभाषित करता है जो एक बेहतरीन खिलाड़ी तैयार करते हैं। दीपा में हम एक ऐसी प्रेरणादायक अचीवर को देख पाते हैं जो आत्मविश्वास और गर्व के साथ हमारे समावेशिता और उत्कृष्टता की खोज के संदेश को आगे ले जा सके।' कुछ साल पहले, 36 साल की उम्र में स्पाइनल ट्यूमर का शिकार होने वाली दीपा ने इस मौके पर कहा, 'मैं दो देशों के बीच के रिश्तों के लिए भारत के मूलतत्व का प्रतिनिधित्व करने का मौका पाकर काफी विनम्र और सौभाग्यशाली महसूस कर रही हूं। प्राइम मिनिस्ट अर्डर्न का नेतृत्व पूरी दुनिया के लिए प्रेरणादायक और भारतीय मूल्यों के साथ प्रतिध्वनित होता है।'

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