भारत में अगले साल मोटो जीपी की एंट्री, जानें किस ट्रैक पर हो सकती है पहली रेस

प्रतियोगिता का आयोजन बुद्ध अंतरराष्ट्रीय सर्किट पर किए जाने की संभावना है जहां फार्मूला वन ग्रां प्री आयोजित किया जा चुका है।

Update: 2022-09-17 14:12 GMT

भारत में अगले साल मोटरसाइकिल रेसिंग की शीर्ष प्रतियोगिता आयोजित होने के लिए मोटो जीपी के व्यावसायिक अधिकार धारक डोर्नो और नोएडा स्थित रेस प्रमोटर फ्रेयरस्ट्रीट स्पोट्र्स के बीच करार होने की जरूरत है। अगर यह करार होता है तो भारत में मोटरसाइकिल रेसिंग का आयोजन हो सकता हैं।

आशा है कि डोर्ना के प्रबंध निदेशक कार्लोस एजपेलेटा और सीईओ कार्मेलो एजपेलेटा बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में 'ग्रां प्री आफ भारत' को लेकर उनके आधिकारिक घोषणा करेंगे।

प्रतियोगिता का आयोजन बुद्ध अंतरराष्ट्रीय सर्किट पर किए जाने की संभावना है जहां फार्मूला वन ग्रां प्री आयोजित किया जा चुका है। जिसके लिए करार के बाद एफआईएच ट्रैक का निरीक्षण करेगी।

भारतीय मोटर स्पोर्ट महासंघ एफएमएससीआई के अध्यक्ष अकबर इब्राहिम ने कहा कि हमने भारत में रेस के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए हैं। कोशिश रहेगी कि अगले साल एक रेस करवाएं। मैंने इस बाबत वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में भी बताया था।

उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि डोर्ना और फेयरस्ट्रीट के बीच मास्टर समझौते पर जल्द ही हस्ताक्षर हो जाएंगे और फिर हम ट्रैक के निरीक्षण और रेस के आयोजन पर आगे बढ़ सकते हैं। सरकार का समर्थन यहां महत्वपूर्ण होगा।

इब्राहिम ने आगे कहा कि मोटो जीपी के दौरान सप्ताहांत लगभग 5000 लोग काम करते हैं जिसमें जूनियर वर्ग में मोटो टू और मोटो थ्री में रेस भी शामिल होती हैं। रेस न केवल उत्तर प्रदेश को वैश्विक मानचित्र पर रखेगी बल्कि पर्यटन को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है।

वहीं फेयरस्ट्रीट स्पोट्र्स के सीओओ पुष्कर नाथ ने कहा कि सरकार के समर्थन के बिना रेस संभव नहीं है और वह इस आयोजन को भारत में लाने में मदद के लिए राज्य और केंद्र सरकार दोनों के आभारी हैं।

उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी करने जैसा है जिसमें 5000 लोग सिर्फ रेस में काम कर रहे हैं, प्रशंसक और बाकी सभी लोग इससे अलग हैं। राज्य और केंद्र दोनों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार काफी मदद कर रही है।

नाथ ने यह भी कहा कि वे भारत में पर्यटन को भी बढ़ावा देना चाहते हैं। लोग यूरोप और दुनिया के अन्य हिस्सों से आएंगे और इसका 200 देशों में सीधा प्रसारण किया जाएगा।

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