वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप: विनेश फ़ोगाट और सीमा बिसला रेपेचेज राउंड में पहुंची, दो और पहलवान हुईं बाहर

Update: 2019-09-17 06:03 GMT

कज़ाख़स्तान के नुर-सुल्तान में चल रही वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप के चौथे दिन मंगलवार को भारत के लिए महिला फ़्री स्टाइल 53 किग्रा में विनेश फ़ोगाट ने अपने नाम के अनुरूप एक बेहतरीन आग़ाज़ किया। विनेश ने अपनी प्रतिद्वंदी स्वीडन की मैट्सन एस को एकतरफ़ा मुक़ाबले में 13-0 से रौंद डाला। स्कोर लाइन से ही अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि मैच कितना एकतरफ़ा रहा होगा।

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आख़िरी लम्हों में स्वीडन की मैट्सन ने चैलेंज भी लिया लेकिन वह बर्बाद गया और पेनल्टी के तौर पर स्कोर में एक अंक का और इज़ाफ़ा हो गया। लेकिन अगले राउंड में विनेश फ़ोगाट को जापान की माया मकांडू ने 7-0 से हराकर भारत को सबसे बड़ा झटका दिया। अब फ़ोगाट और भारतीय खेल प्रेमियों की नज़र माया मकांडू पर ही है अगर वह फ़ाइनल में पहुंच जाएं तो विनेश को रेपेचेज राउंड में एक मौक़ा मिलेगा। विनेश की उम्मीदों को बल तब मिल गया जब मायू मकांडू ने फ़ाइनल में एंट्री ले ली। इसका मतलब हुआ कि अब बुधवार को विनेश फ़ोगाट को रेपचेज राउंड के ज़रिए पदक की उम्मीद रहेगी, आपको ये भी बता दें कि विनेश को इसके लिए तीन मैच जीतने होंगे और अगर वह सिर्फ़ दो मैच जीतती हैं तो फिर उन्हें पदक तो नहीं मिलेगा लेकिन टोक्यो ओलंपिक के लिए वह क्वालिफ़ाई कर जाएंगी।

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विमेंस रेसलिंग में मगंलवार को भारत की और तीन चुनौतियां भी थी, जिनमें 50 किग्रा वर्ग में सीमा, 55 किग्रा वर्ग में ललिला और 72 किग्रा वर्ग में कोमल पर नज़रें थीं। कोमल को पहले ही राउंड में तुर्की की अल्तुग बी से 1-4 से हार का सामना करना पड़ा, अब कोमल भी यही दुआ कर रही होंगी कि अल्तुग फ़ाइनल तक पहुंचे। लेकिन कोमल की ये दुआ क़बूल न हो सकी है अल्तुग क्वार्टरफ़ाइनल में हारकर बाहर हो गईं, यानी रेपेचेज राउंड की भी उम्मीद यहीं ख़त्म।

इसके बाद मैट पर उतरी 50 किग्रा वर्ग में भारत की उम्मीद के साथ सीमा बिसला जिनके सामने अज़ेरबाइजान की पहलवान स्टैडनिक थीं, लेकिन सीमा एकतरफ़ा मुक़ाबले में स्टैडनिक से 2-9 से हार गईं। अब सीमा की भी नज़रें स्टैडनिक के फ़ाइनल तक पहुंचने की थीं ताकि रेपेरेज राउंड में पहुंचा जा सके। स्टैडनिक भी अपने अगले दो मुक़ाबले जीतते हुए फ़ाइनल में पहुंच गई यानी सीमा बिसला भी रेपेचेज के ज़रिए भारत को कांस्य पदक दिलाने की कोशिश करेंगी, साथ ही अगर वह बुधवार दो मुक़ाबले जीत जाती हैं तो टोक्यो ओलंपिक के लिए भी क्वालिफ़ाई कर जाएंगी।

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भारत की चौथी उम्मीद 55 किग्रा वर्ग में ललिता से थी और वहां भी भारत को मायूसी हाथ लगी क्योंकि ललिता को भी पहले दौर में मंगोलिया की बात ओचिर ने 10-3 से शिकस्त दे दी। यानी अब सभी भारतीय उम्मीदें रेपेचेज राउंड पर ही टिक गई थी, लेकिन बात ओचिर का सफ़र भी क्वार्टर फ़ाइनल में थम गया और इस तरह से 4 में से 2 भारतीय उम्मीदों का सफ़र रेपेचेज राउंड में भी नहीं पहुंच सका।

इससे पहले 130 किग्रा ग्रेको रोमन रेपेचेज राउंड के पहले ही मैच में नवीन कुमार को 9-0 से हार का सामना करना पड़ा और इस तरह से ग्रेको रोमन में भारत की चुनौती समाप्त हो गई।

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