खेल मंत्रालय गुरूवार को वीडियो कांफ्रेंस से जुड़ेगा 11 महासंघों से

Update: 2020-04-16 05:51 GMT

खेल मंत्रालय 11 राष्ट्रीय महासंघों से गुरूवार को वीडियो कांफ्रेंस से जुड़कर भविष्य की संभावित योजना पर चर्चा करेगा क्योंकि कोविड-19 महामारी के चलते खेल गतिविधियां बंद हैं। राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) में विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि खेल सचिव राधेश्याम जुलानिया इस बैठक के लिये आमंत्रित किये गये इन 11 महासंघों के दो प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे, लेकिन बैठक के एजेंडे का खुलासा नहीं किया गया है।

मंत्रालय ने पहले दस्ते में 'प्राथमिकता' वाली स्पर्धाओं वाले महासंघों से बात करेगा। इसमें उसने हैंडबॉल, बास्केटबाल, वालीबॉल, वुशु, टेनिस, स्क्वाश, स्पेशल ओलंपिक भारत, नौकायन, कयाकिंग एवं कैनोइंग, कबड्डी और अखिल भारतीय विश्वविद्यालय को आमंत्रित किया है। अखिल भारतीय टेनिस संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अखौरी बिस्वदीप ने पीटीआई को पुष्टि की कि एक बैठक हो रही है लेकिन इसका एजेंडा नहीं बताया। उन्होंने कहा, ''मैं आपको एजेंडा नहीं बता सकता क्योंकि हमें इसके बारे में नहीं बताया गया है। मैं नहीं जानता कि यह एसीटीसी (अभ्यास और प्रतियोगिताओं के लिये वार्षिक कैलेंडर) को लेकर बैठक है। हमें बताया गया कि 'जूम एप' के जरिये एक बैठक होगी। मैं समझता हूं कि अब ओलंपिक स्थगित हो गये हैं और हमारी कुछ निश्चित योजनायें थीं तो लगता है कि मंत्रालय आगे के बारे में चर्चा करना चाहता है। ''

बिस्वदीप ने कहा कि महासंघ इन बदली हुई परिस्थितियों में राष्ट्रीय सर्किट को मजबूत करने के लिये धनराशि की मांग करेगा। उन्होंने कहा, ''हमने अभी 65 लाख के करीब कोष का इस्तेमाल नहीं किया है। हम टूर्नामेंट के आयोजन के लिये इस कोष के इस्तेमाल की अनुमति के लिये पूछेंगे। '' यह पूछने पर कि उनके पास यह राशि है ही तो उन्हें अनुमति लेने की क्या जरूरत है तो उन्होंने कहा कि ये राशि किसी विशेष उद्देश्य के लिये जारी की गयी थी और हम दूसरी चीज के लिये इसका इस्तेमाल चाहते हैं। उन्होंने कहा, ''एनएसएफ को उपकरणों, टूर्नामेंट या विदेशी दौरों के लिये धनराशि मिलती है। लॉकडाउन की वजह से खिलाड़ी घर पर हैं इसलिये उनके ऊपर इस्तेमाल की हुई राशि ऐसे ही है। हम खुद ही इसका इस्तेमाल कहीं और नहीं कर सकते। ''

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