जन्मदिन विशेष: महिला क्रिकेट को नई पहचान दिलवाने वाली 'झूलन गोस्वामी'

गोस्वामी के परिवार वाले उन्हें पढ़ाई पर जोर देने के लिए कहते थे लेकिन उन्होंने अपने सपनों का पीछा किया।

Update: 2019-11-25 09:01 GMT

भारतीय दिग्गज गेंदबाज झूलन गोस्वामी का जन्म आज 25 नवंबर 1982 को कोलकाता के नदिया जिले में हुआ। जब उन्होंने खेलना शुरू किया तब महिला क्रिकेट में लोगों की दिलचस्पी कुछ खास नहीं थी। एक सीमित वर्ग ही महिला क्रिकेट को फॉलो करता था, लेकिन उन्होंने खेल का स्तर उठाया और भारतीय महिला क्रिकेट को एक नई पहचान दिलवाई। वह एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेनी वाली गेंदबाज हैं। गोस्वामी के परिवार वाले उन्हें पढ़ाई पर जोर देने के लिए कहते थे लेकिन उन्होंने अपने सपनों का पीछा किया और क्रिकेटर बन गई। उनके घर के सामने क्रिकेट को लेकर कोई सुविधायें उपलब्ध नहीं थी, इसीलिए वह कोलकाता जाकर खेलती थी।

झूलन गोस्वामी का अंतरराष्ट्रीय करियर :

15 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू करने वाली झूलन ने 1997 में भारत में हुए महिला वर्ल्‍ड कप फाइनल में बॉल गर्ल के रूप में काम किया था। यह मैच ईडन गार्डंस में खेला गया था। उन्होंने अपना अंतरराष्ट्रीय पर्दापण 19 वर्ष की उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच में 6 जनवरी 2002 को किया। इसके बाद उन्होंने अपने करियर में पीछे मुड़कर नहीं देखा। गोस्वामी उस भारतीय टीम का भी हिस्सा थी, जो टी20 विश्व कप में उपविजेता बनी थी। पूर्व भारतीय कप्तान झूलन ने अब तक भारत के लिए 182 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और 225 विकेट चटकाये जो कि सर्वाधिक हैं। उन्होंने 10 टेस्ट मैचों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया और 40 विकेट अपने नाम किये। इसके अलावा उन्होंने 68 टी20 मैचों में 56 विकेट लिए। बल्लेबाजी में उनके नाम टेस्ट, वनडे और टी20 में क्रमशः 283, 1076 और 405 रन हैं। झूलन ने क्रिकेट के सीमित प्रारूप में से 23 अगस्त को संन्यास ले लिया है।

पद्मश्री और अर्जुन अवार्ड से हो चुकी हैं सम्मानित:

दायें हाथ की तेज गेंदबाज झूलन को साल 2007 में 'विमेंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर' का खिताब मिला। उन्हें 2010 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके दो साल बाद झूलन को पद्मश्री भी मिला। वह डायना एडुल्जी के बाद पद्मश्री पुरस्कार पाने वाली दूसरी महिला क्रिकेटर बनी।

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