EXCLUSIVE: मेरे खेल को देखकर हर महिला इस मुकाम पर पहुंचने का सपना सजा सकती है- आशालता देवी
भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कप्तान लोइतोंगबाम आशालता देवी को एएफसी वर्ष की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी पुरस्कार का नामांकन मिला है।इम्फाल की 26 साल की इस खिलाड़ी ने भारत को 2019 सैफ चैम्पियन बनने में अहम योगदान दिया। उन्होंने 2020 ओलंपिक क्वॉलीफायर के दूसरे दौर में शानदार प्रदर्शन किया था। उनके शानदार खेल के कारण सेथु एफसी ने भारतीय महिला लीग का खिताब जीता था और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने 2018-19 के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ भारतीय खिलाड़ी चुना था। बता दें कि एएफसी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के लिए पुरस्कार समारोह का आयोजन हांगकांग के सम्मेलन एवं प्रदर्शनी केन्द्र में दो दिसंबर को होगा। द ब्रिज की टीम ने आशालता देवी से खास बातचीत की। जिसमें उन्होंने बताया कि मैने जो सम्मान जीता है उससे देश में और महिलाओं में प्रेरणा मिलेगी जिससे वह भी जान सकेंगी कि एक दिन वह इस मुकाम पर पहुंच सकती है। इसके अलावा आशालता देवी ने अपने खेल और टूर्नामेंट का बारे में भी बातचीत की।
द ब्रिज- एफसी वुमेंस प्लेयर आफ द इयर का पुरस्कार नामांकन कैसा लग रहा है?
आशालता देवी: मैं बहुत खुश हूं की मेरा नाम इस पुरस्कार के लिए चुना गया। मैंने कभी अपने सपने में भी नहीं सोचा था की मुझे ये पुरस्कार नामांकन मिलेगा। इस सम्मान से काफी महिला खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगा की वो भी अपने जीवन में कभी इस मुकाम तक पहुंच सकती हैं।
द ब्रिज- वियतनाम के खिलाफ प्रदर्शनी मुकाबला खेलने से किस प्रकार का अनुभव प्राप्त हुआ?
आशालता देवी: वियतनाम के खिलाफ प्रदर्शनी मुकाबले से काफी कुछ सीखने को मिला आप जब अपने ऊपर से टीम के खिलाफ खेलते है तो आपके लिए सीखने के काफी दरवाजे खुल जाते हैं। हमें पहले मुकाबले में हार तो वहीं दूसरा मैच बिना किसी परिणाम के समाप्त हुआ। ये इस टीम के खिलाफ भारतीय टीम का सबसे दमदार प्रदर्शन हैं। क्योंकि आज तक महिला फुटबॅाल के इतिहाम में हमने वियातनाम के खिलाफ कभी कोई मुकाबाल ड्रॅा पर समाप्त नहीं किया। ये अपने आप में दर्शाता है कि हम चीजों से कितना जल्दी सीख रहे हैं। हमारा पूरा ध्यान अभी साउथ एशियन गेम्स पर है। जहां हमारा लक्ष्य गोल्ड मेडल के साथ लौटना है।
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द ब्रिज- वियातनाम के खिलाफ कहां पर टीम में कमी दिख रही थी?
आशालता देवी: वियातनाम ऊपरी रैंकिंग वाली टीम है। उनके पास हमशे अलग तकनीक, बेहतरीन कोच और हर वो सुविधा उपलब्ध है, जो हमें अभी मिलना शुरू हुई हैं। हमें जिस प्रकार का एक्सपोजर मिल रहा है। आने वाले दिनों में हम इन जैसी कई टीमों के खिलाफ कड़े टक्कर देने के साथ मैच भी जीतेंगे।
द ब्रिज- साउथ एशियन गेम्स के लिए कैसी तैयारियां चल रही है?
आशालता देवी: ये साल मेरे लिए काफी अच्छा रहा है। कई प्रतियोगिता खेलना का मौका मिला। साथ ही मैंने काफी कुछ सीखा। साउथ एशियन गेम्स इस साल का आखिरी टूर्नामेंट है। हमारी पूरी कोशिश रहेगी की साल का आखिरी टूर्नामेंट जीत के साथ खत्म हो। हमारी टीम जिसके लिए दिन-रात पसीना बहा रही है।
द ब्रिज- 2020 में अंडर-17 विश्वकप इंडिया में होने जा रहा है, महिला फुटबॅाल के लिहाज से आप इसको किस तरह से देख रही हैं?
आशालता देवी: अंडर-17 विश्व कप से भारतीय महिला फुटबॅाल का काफी विकास होगा। विश्व कप के मद्देनजर रखते हुए अंडर-17 वुमेंस लीग को शुरू किया गया है। जो अपने आप में बड़ी बात है। इस प्रतियोगिता के आयोजन से लोगों का नजरइया बदलेगा। साथ ही वो इस खेल से जुड़ेंगी। हम हारें चाहें जीते लेकिन इस प्रतियोगिता का आयोजन भारत में महिला फुटबॅाल को एक नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा।