डब्ल्यूपीएल के आने से पुरूष और महिला क्रिकेट को अलग अलग नहीं देखा जायेगा: आईसीसी चेयरमैन

बार्कले का मानना है कि डब्ल्यूपीएल के शुरु होने से महिला क्रिकेट ने खुद की अपनी अलग पहचान बनायी है और अब इसे पुरुषों के खेल से अलग तरह से नहीं देखा जाना चाहिए।

Update: 2023-03-24 13:16 GMT

महिला प्रीमियर लीग के उद्घाटन संस्करण में महिला खिलाडियों का शानदार प्रदर्शन जारी हैं। जिसको लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के चेयरमैन ग्रेग बार्कले का मानना है कि डब्ल्यूपीएल के शुरु होने से महिला क्रिकेट ने खुद की अपनी अलग पहचान बनायी है और अब इसे पुरुषों के खेल से अलग तरह से नहीं देखा जाना चाहिए।

चेयरमैन बार्कले के मुताबिक यह लीग महिलाओं के खेल को आगे बढ़ाने में मदद करेगी जो इसके पेशेवर रवैये और इसमें शामिल धनराशि की बदौलत होगा।

बार्कले ने बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इससे महिलाओं के खेल में बड़ा सुधार होगा और मैं यह देखने के लिए उत्सुक हूं कि यह टूर्नामेंट कैसा रहता है।"

उन्होंने कहा, "अब से खेल के दो हिस्सों पुरुष और महिला को अलग अलग तरीके से नहीं देखा जायेगा। ये खिलाड़ी (पुरुष और महिला) क्रिकेट खेल रहे हैं और उनके साथ समान बर्ताव किया जाना चाहिए।"

उन्होंने आगे कहा, "दूसरी बात यह है कि इसमें जो पेशेवर रवैया है और जो भुगतान खिलाड़ियों को किया जा रहा है, उससे भी यह महिलाओं के खेल के लिए वास्तव में महत्वपूर्ण होने जा रहा है।"

बार्कले ने यह भी कहा कि, ‘‘मुझे लगता है कि भारत क्रिकेट के मामले में ‘पावरहाउस’ है और उन्होंने महिला प्रीमियर लीग लांच की है। मुझे पता है कि जय शाह (बीसीसीआई अध्यक्ष) और उनका बोर्ड और उनकी टीम इसे बड़ा और सर्वश्रेष्ठ टूर्नामेंट में से एक बनाने के लिए सचमुच प्रतिबद्ध हैं जो संभवतः हो सकता है।"

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