बीसीसीआई का अहम फैसला, रणजी ट्रॉफी में महिला अंपायरों को शामिल करने की तैयारी
ऐसा पहली बार होगा जब किसी रणजी ट्रॉफी में महिलाएं अंपायर के रूप में नजर आएंगी।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) महिलाओं के क्षेत्र में कई अहम कदम उठा रही हैं। महिला क्रिकेटरों को समान वेतन देने के ऐलान के बाद अब बीसीसीआई ने एक और फैसला किया हैं। बोर्ड अब रणजी ट्रॉफी 2022-23 सत्र में महिला अंपायरों को शामिल करने की तैयारी में है। ऐसा पहली बार होगा जब किसी रणजी ट्रॉफी में महिलाएं अंपायर के रूप में नजर आएंगी।
बीसीसीआई लगातार महिलाओं के लिए जरुरी फैसले लेता जा रहा है, पहले महिला आईपीएल का ऐलान, उसके बाद समान वेतन और अब रणजी में अंपायरिंग, जो कि एक बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला साबित होगा।
बता दें वृंदा राठी, जननी नारायणन और गायत्री वेंगोपालन रणजी ट्रॉफी 2022-23 सीजन में अंपायरिंग करने के लिए तैयार हैं।
तीनों अंपायर की बात करें तो जननी नारायण पहले सॉफ्टवेयर इंजीनियर थी लेकिन जब क्रिकेट एसोसिएशन (टीएनसीए) ने अंपायर की भूमिका के लिए आवेदन आमंत्रित किए तो नारायणन ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़ दी। वहीं वृंदा राठीन् यूजीलैंड के अंपायर कैथी क्रॉस के साथ मौका मिलने से पहले मुंबई मेडेंस के लिए स्कोरर रह चुकी है, जिसने उन्हें अंपायर बनने के लिए प्रेरित किया।
इन दोनों के अलावा गायत्री एक क्रिकेटर बनना चाहती थी लेकिन नहीं बन सकीं। इसलिए उन्होंने हार नही मानी और बीसीसीआई के अंपायर की परीक्षा पास करने के बाद सेंटर स्क्वायर पर खेल को करीब से देखा। यह तीनों महिला अंपायर अब रणजी सत्र में पदार्पण करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा, "आगे बढ़ते हुए महिलाओं को रणजी ट्रॉफी खेल में अंपायरिंग करने का मौका मिलेगा। यह तो केवल एक शुरुआत है।" बीसीसीआई ने उन्हें पुरुषों के खेल में भी मौका देने का फैसला किया है। जिसे लेकर जल्द ही आधिकारिक घोषणा करेगा।