रौनक ने चुना क्रिकेट से ऊपर शतरंज, 13 साल की उम्र में बने ग्रैंड मास्टर

रौनक साधवानी, नागपुर का लड़का, जिसने क्रिकेट से ज़्यादा प्राथमिकता शतरंज को दी

Update: 2022-08-01 16:16 GMT

ऐसा कम ही सुनने या देखने को मिलता है कि किसी खिलाड़ी को दो खेलों में से एक चुनना हो, और वह क्रिकेट को छोड़कर दूसरे खेल को चुने। लेकिन सभी की अपनी-अपनी प्राथमिकताएँ हैं।

ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं, रौनक साधवानी। जिन्होंने शतरंज में 13 साल की उम्र में ग्रैंड मास्टर का खिताब हासिल किया। रौनक को शुरुआत में दो खेलों में रुचि थी। एक क्रिकेट और दूसरा शतरंज। जब रौनक को अपने जीवन में किसी एक खेल को पेशेवर तौर पर चुनने की बारी आई, तो उन्होंने शतरंज को चुना।

शतरंज को चुनने की वजह को लेकर जब रौनक से सवाल किया गया‌ तो उनका जवाब था, "मैं क्रिकेट में एक टीम के लिए खेलने के लिए बहुत छोटा था, इसलिए मैंने इसे शतरंज में आजमाने के बारे में सोचा और धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो गया। मैंने शतरंज को एक शौक के तौर पर शुरू किया था लेकिन बाद में मैं इसमें गंभीरता से शामिल हो गया।"रौनक साधवानी

रौनक साधवानी भारत के ऐसे चौथे खिलाड़ी हैं, जो सबसे कम उम्र में ग्रैंड मास्टर बने। वहीं बात करें पूरी दुनिया की तो विश्व में नौवें खिलाड़ी, जो सबसे कम उम्र में ग्रैंड मास्टर बने हैं।

फिलहाल रौनक साधवानी चेन्नई में हो रहे चैस ओलंपियाड में भारत की युवा बी टीम का हिस्सा हैं। जिसमें उनके साथ डी गुकेश, प्रज्ञानानंद, निहाल सरीन और अधिबन भास्करन भी शामिल हैं।

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