Sudirman Cup: मलेशिया से हारकर क्वार्टर फाइनल की दौड़ से बाहर हुआ भारत

किदांबी श्रीकांत और पीवी सिंधु उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए जिससे इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई

Update: 2023-05-15 16:46 GMT

पीवी सिंधु

चीनी ताइपे के हाथों मिली करारी शिकस्त के ठीक एक दिन बाद भारतीय टीम सोमवार को सुदीरमन कप के अपने दूसरे मुकाबले में मलेशिया से 0-5 से हारकर इस मिश्रित टीम चैंपियनशिप से बाहर हो गई।

स्टार खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत और पीवी सिंधु उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए जिससे इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई। पुरुष एकल मुकाबले में जहां श्रीकांत ने काफी गलतियां की तो वहीं सिंधु को पहला गेम जीतने के बावजूद दुनिया की 30वें नंबर की खिलाड़ी गोह जिन वेई के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।

भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पहले मैच में ध्रुव कपिला और अश्विनी पोनप्पा की भारतीय मिश्रित जोड़ी को मलेशियाई गोह सून हुआत और लाइ शेवोन जेमी से 21-16, 21-17 से सीधे सेटों में हार का सामना करना पड़ा।

भारत के अनुभवी शटलर किदांबी श्रीकांत भी पुरुष एकल मैच में दमखम नहीं दिखा सके और ली जी जिया के हाथों 16-21, 11-21 से मात खा गये जिससे भारत 0-2 से पिछड़ गया। विश्व रैंकिंग में 22वें नंबर पर मौजूद श्रीकांत ने इस मैच की शानदार शुरुआत करते हुए शुरुआती बढ़त हासिल कर ली। लेकिन भारतीय खिलाड़ी ज्यादा देर तक अपनी बढ़त को बरकरार नहीं रख सके और पहले गेम में उन्हें 21-16 से हार का सामना करना पड़ा। दूसरे गेम में मलेशियाई शटलर ने भारतीय खिलाड़ी को वापसी करने का कोई मौक़ा नहीं दिया और 35 मिनट तक चले इस मैच को उन्होंने अपने नाम कर लिया।

मलेशिया को अजेय बढ़त हासिल करने से रोकने की जिम्मेदारी पीवी सिंधु पर थी। उन्होंने महिला एकल मैच के पहले गेम में गोह जिन वी को 21-14 से हराया, लेकिन मलेशियाई खिलाड़ी ने शानदार वापसी करते हुए अगले दो गेम 21-10, 22-20 से जीत लिये जिससे भारत पांच मैच के मुकाबले में 0-3 से पिछड़ गया। निर्णायक गेम में सिंधु एक समय पर 2-11 से पीछे थीं। उन्होंने मलेशियाई प्रतिद्वंदी की विशाल बढ़त को खत्म किया लेकिन जीत तक नहीं पहुंच सकीं।

सिंधु ने हार के बाद कहा, “यह थोड़ा निराशाजनक है क्योंकि मैं तीसरे गेम में बहुत अधिक अंक से पिछड़ी हुई थी और मैंने वापसी की। मुझे यहां जीतना चाहिए था।”

उन्होंने कहा, “बहुत करीब आना और उन दो अंकों को खोना, निश्चित रूप से बहुत निराशाजनक है। कुल मिलाकर यह एक अच्छा मैच था, मुझे तीसरे गेम से बढ़त बनाए रखनी चाहिए थी या कम से कम बराबरी करनी चाहिए थी लेकिन मैंने उसे बड़ी बढ़त दी और इससे अंतर आया।” 

इसके बाद सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारत की पुरुष युगल जोड़ी को भी मलेशियाई शलटरों से हार नसीब हुई। एशियाई चैंपियन को आरोन चिया और सो वूई यिक की जोड़ी से 21-18, 21-19 से शिकस्त झेलनी पड़ी।

अंतिम और 5वें मुक़ाबले में गायत्री गोपीचंद और त्रिशा जॉली की भारतीय महिला युगल जोड़ी जिन्होंने प्रतियोगिता के पहले दिन भारत के लिए एकमात्र जीत हासिल की थी, उन्हें भी हार का मुंह देखना पड़ा। पियर्ली टैन और थिनाह मुर्लीथरन की मलेशियाई जोड़ी ने भारतीय जोड़ी को 21-15, 21-13 से मात दी।

इस हार से भारत ग्रुप सी में तीसरे स्थान पर रहा जबकि चीनी ताइपे और मलेशिया ने शीर्ष दो टीम के रूप में क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। ग्रुप-सी में भारत का अंतिम मुकाबला बुधवार को ऑस्ट्रेलिया से होगा।

पहली बार 1991 में सुदीरमन कप में हिस्सा लेने के बाद से भारत 16 बार यह टूर्नामेंट खेल चुका है। उसे अब भी सुदीरमन कप जीतने का इंतजार है, जबकि उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2011 और 2017 में आया था जब उसने क्वार्टरफाइनल में जगह बनायी थी। 

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