बैडमिंटन खिलाड़ी ने किया बड़ा खुलासा, ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल मुकाबले में चीनी अधिकारियों ने जानबूझ कर हारने का दिया था आदेश

साल 2000 में हुए सिडनी ओलंपिक के दौरान चीनी अधिकारियों ने उन्हें चीनी हमवतन गोंग झीचाओ के खिलाफ महिला एकल सेमीफाइनल में हारने का आदेश दिया था

Update: 2022-08-29 13:22 GMT

बैडमिंटन के खेल में बड़ी खबर सामने आई हैं। चीनी बैडमिंटन खिलाड़ी ये झाओयिंग ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि साल 2000 में हुए सिडनी ओलंपिक के दौरान चीनी अधिकारियों ने उन्हें चीनी हमवतन गोंग झीचाओ के खिलाफ महिला एकल सेमीफाइनल में हारने का आदेश दिया था क्योंकि फाइनल में उनके हारने की सबसे अधिक संभावना थी।

दरअसल, पूर्व बैडमिंटन विश्व नंबर 1 झाओयिंग ने टूर्नामेंट के अंतिम चार में प्रवेश किया था। जहां दूसरे सेमीफाइनल में डेनमार्क की कैमिला मार्टिन और चीन की दाई युन का आमना-सामना होना था। जैसा कि झाओयिंग और उनके हमवतन गोंग पहले खेल रही थी, चीनी अधिकारी स्वर्ण पदक हासिल करने का सबसे अच्छा मौका चाहते थे और फैसला किया कि डेनमार्क के फाइनल में पहुंचने पर मार्टिन को हराने की सबसे अधिक संभावना थी।

डेनिश ब्रॉडकास्टर टीवी 2 स्पोर्ट के मुताबिक चीन की टीम के मुख्य कोच ली योंगबो और महिला एकल के मुख्य कोच तांग जुएहुआ ने मैच से एक रात पहले झाओयिंग से कहा कि उन्हें जानबूझकर हारना है।

झाओयिंग ने कहा, "ऐसे फरमान पर आप बहुत बेबस महसूस करते हैं क्योंकि आप पूरे सिस्टम के खिलाफ अकेले हैं। ओलंपिक एक एथलीट के रूप में जीवन में लगभग एक बार मिलने वाला अवसर है, इसलिए जब आपको खुद को हारने देना होता है तो यह वास्तव में दुखद होता है। लेकिन एक व्यक्ति के रूप में मैं सिस्टम के खिलाफ कुछ नहीं कर सकी।"

2000 सिडनी ओलिंपिक महिला एकल रजत पदक विजेता कैमिला मार्टिन, स्वर्ण पदक विजेता गोंग झीचाओ और कांस्य पदक विजेता ये झाओयिंग

बैडमिंटन खिलाड़ी झाओयिंग ने आरोप लगाया कि उनसे कहा गया कि उन्हें हार में बहुत स्पष्ट नहीं होना है और उसे मैच को तीसरे राऊंड तक नहीं ले जाना है और गोंग को थकने नहीं देना है। जिसके लिए उनको 112,500 चीनी युआन (यूरो 13,900/यूएसडी 16,300) का बोनस ऑफर दिया गया, जो एक ओलंपिक चैंपियन को भी दिया गया था।

जिसके बाद झाओयिंग सेमीफाइनल में गोंग से 11-8, 11-8 से हार गई जिसने मार्टिन के खिलाफ 13-10, 11-3 से जीत के साथ अपना एकमात्र ओलंपिक खिताब हासिल किया।

बता दें चीन के लिए ओलंपिक सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है। न केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि विशेष रूप से चीनी खेल संघ के कोचों और शीर्ष प्रबंधन के लिए भी।

झाओयिंग ने कहा, "उन्हें एक लक्ष्य के साथ आना होता है कि वे कितने स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद करते हैं। इसलिए कोचों और प्रबंधन के लिए सोना घर लाना वास्तव में महत्वपूर्ण है, अन्यथा उन्हें निकाल दिया जाएगा। इसलिए वे कई और मैचों को फिक्स करना शुरू कर देते हैं।"

उन्होंने कहा, उसके पास आदेश का पालन करने के अलावा कोई मौका नहीं था क्योंकि उन्होंने दावा किया कि अगर वह सेमीफाइनल जीत जाती लेकिन निर्णायक मैच में हार जाती है तो चीन उसे देशद्रोही समझेगा।

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