आर प्रागनानंदा एलो 2600 रेटिंग को पार करने वाले सबसे युवा भारतीय ग्रैंडमास्टर बने

Update: 2019-12-06 12:07 GMT

भारत के दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रागनानंदा ने एक और कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने लंदन में खेले जा रहे लंदन चेस क्लासिक टूर्नामेंट में सातवें राउंड का मैच जीतकर एक और उपलब्धि अपने नाम की। इस जीत के साथ ही उन्होंने एलो 2600 रेटिंग अंको को पार किया। वह ऐसा करने वाले दुनिया के दूसरे सबसे युवा और भारत के सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बन गए हैं। उन्होंने यह उपलब्धि 14 साल 3 महीने 26 दिन की उम्र में हासिल की है। उनसे पहले निहाल सरीन ऐसा करने वाले सबसे युवा भारतीय ग्रैंडमास्टर थे।

सातवें राउंड की समाप्ति के बाद प्राग 6.5 अंको के साथ शीर्ष स्थान पर थे। उनके बाद अरविंद चितंबरम 6 अंको के साथ दूसरे स्थान पर थे। इस उपलब्धि के बाद चौदह वर्षीय प्रागनानंदा ने अपनी खुशी जारी की। उन्होंने गुरुवार को स्पोर्टस्टार को बताया, "मैं 2586 [एलो रेटिंग] में दो साल से अटका हुआ था। मुझे खुशी है कि मैंने इसे यहां पार किया। मैंने इसके बारे में बहुत अधिक नहीं सोचा था।"

यूएसए के जॉन एम बर्क 2600 एलो रेटिंग अंक को पार करने वाले सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर हैं। उन्होंने यह उपलब्धि सितंबर 2015 में हासिल की थी। भारत के प्रागनानंदा दूसरे जबकि चीन के वेई यी तीसरे सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर हैं। चीन के ग्रैंडमास्टर ने यह उपलब्धि 14 साल 5 महीने और 23 दिनों में हासिल की थी।

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