कोर्ट ने खारिज की टेबल टेनिस खिलाडिय़ों की रिट याचिका, टीम में नही मिली थी जगह

सीओए ने जो पात्रता नियम तय किए थे इसके अनुसार मानुष टॉप-4 में थे लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें पुरुष टीम में जगह नहीं दी

Update: 2022-06-21 10:02 GMT

मानुष शाह

भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने देश की राष्ट्रमंडल खेलों की टीम में जगह नहीं मिलने को चुनौती देते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर की थीं जो सोमवार को कोर्ट ने खारिज कर दी। आपको बता दें मानुष शाह और स्वस्तिका घोष ने अदालत की शरण ली थी क्योंकि भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति ने इन दोनों खिलाड़ियों को इस महीने घोषित राष्ट्रमंडल खेलों की अंतिम टीम में जगह नहीं दी थी।

मानुष के पिता उत्पल ने बताया, 'हमारे वकील ने मुझे बताया कि हमारे मामले को खारिज कर दिया गया है।'

आपको बता दें कि सीओए ने जो पात्रता नियम तय किए थे इसके अनुसार मानुष टॉप-4 में थे लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें पुरुष टीम में जगह नहीं दी। वहीं पुरुष टीम में अनुभवी शरत कमल, जी साथियान, हरमीत देसाई, सानिल शेट्टी को शामिल किया गया है जबकि मानुष को स्टैंडबाई के तौर पर रखा गया है।

19 साल की स्वस्तिका को भी रीत रिष्या, मनिका बत्रा, दीया चितले और श्रीजा अकुला की मौजूदगी वाली संशोधित महिला टीम में स्टैंडबाई रखा गया है। मनिका के बाद 66वें स्थान के साथ भारत की दूसरी सर्वोच्च रैंकिंग वाली खिलाड़ी अर्चना कामथ ने भी भारतीय टीम से बाहर किए जाने के बाद अदालत का दरवाजा खटखटाया था, उनका मामला कर्नाटक हाई कोर्ट में चल रहा है जिसकी सुनवाई 22 जून को होगी।

अर्चना को शुरुआत में 'अपवाद' के तौर पर टीम में शामिल किया गया था क्योंकि वह पात्रता नियम पूरे नहीं कर पाई थीं।हालांकि सीओए ने इसके बाद अचानक उन्हें टीम से बाहर कर दिया और उनकी जगह दीया को दे दी। दीया भी शुरुआत में टीम में जगह नहीं मिलने के बाद अदालत की शरण में गई थी। राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन बर्मिंघम में 28 जुलाई से 8 अगस्त तक होगा।

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