राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने असम पर्वतारोहण संघ के कंचनजंघा अभियान को झंडा दिखाकर रवाना किया

दल के सदस्य 11 अप्रैल को अभियान के लिए रवाना होंगे

Update: 2023-04-07 16:08 GMT

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को असम पर्वतारोहण संघ की टीम के नेतृत्वकर्ता को राष्ट्रीय ध्वज और बर्फ पर चढ़ने के लिए इस्तेमाल होने वाली कुल्हाड़ी (आईस एक्स बेटन) सौंपकर ‘माउंट कंचनजंघा’ अभियान 2023 को हरी झंडी दी।

अपनी असम यात्रा के दूसरे दिन के दौरान, राष्ट्रपति ने मानस बरुआ के नेतृत्व वाली सात सदस्यीय टीम को शुभकामनाएं दीं, जो दुनिया के तीसरे सबसे ऊंचे पर्वत को फतह करने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि कंचनजंगा प्रकृति की एक सुंदर रचना है और वह टीम को आशीर्वाद देकर खुश हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि यह अभियान सफल रहेगा और भविष्य में कई पर्वतारोहियों को ऊंचे पर्वतों पर चढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा।’’

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, जो अभियान के मिशन शेफ हैं, ने पारंपरिक 'गमोसा' के साथ राष्ट्रपति का स्वागत किया। इस अवसर पर राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया, संघ के पदाधिकारी और सदस्य भी उपस्थित थे। अभियान राज्य खेल एवं युवा कल्याण निदेशालय द्वारा प्रायोजित किया जा रहा है।

मानस बरुआ के अलावा, टीम के अन्य सदस्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जगदीश बासुमतारी, उप नेता उपेन चक्रवर्ती, कौशिक दास, भास्कर बरुआ, जयंत नाथ और शेखर बोरदोलोई हैं। दल के सदस्य 11 अप्रैल को अभियान के लिए रवाना होंगे। वे 5,200 मीटर की दूरी पर बेस कैंप तक ट्रेक करेंगे और 20 अप्रैल तक वहां पहुंचने की उम्मीद है। टीम 13 से 18 मई के बीच शीर्ष पर पहुंचने का प्रयास करेगी।

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