माउंट चो ओयू पीक फतह करने वाली दुनिया की पहली महिला बनी ईशानी

इशानी ने कहा कि पिता स्पोर्ट्स में रहे हैं। पिता ने हर समय सहयोग दिया

Update: 2022-10-27 07:13 GMT

ईशानी सिंह जंबाल

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की ईशानी सिंह जंबाल माउंट चो ओयू पीक को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। यह चोटी नेपाल और चीन के मध्य है। दक्षिण की ओर से दुनिया की छठी सबसे ऊंची और कठिन चोटी पर 7200 मीटर की ऊंचाई तक ईशानी पहुंच गई। ईशानी ने कहा कि वह खुद को चुनौती देने और देश के लिए अपने शिखर पर चढऩे में सक्षम थी। उन्होंने अपने माता-पिता, प्रशिक्षकों और विशेष रूप से अपने प्रायोजकों का आभार व्यक्त किया है, जिसके कारण यह अभियान संभव हो सका। 

इशानी जम्वाल जिला कुल्लू के पाहनाला की रहने वाली हैं। इशानी आज दुनिया के लिए प्रेरणा की स्रोत बन गई हैं। इशानी ने कहा कि बहुत ही कठिन स्थिति थी और इस बार हवा की दिशा भी ठीक नहीं थी। बावजूद इसके 7200 मीटर तक चढ़ने में कामयाबी मिली। यदि परिस्थिति ठीक होती तो 8000 मीटर तक कामयाबी मिल सकती थी। उनका उद्देश्य पर्वतारोहण को एक साहसिक कार्य के रूप में बढ़ावा देना है। साथ ही सरकार से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अभियानों के लिए पर्वतारोहियों को आर्थिक रूप से समर्थन देने का अनुरोध किया है।

इशानी के पिता शक्ति सिंह व माता नलिनी जम्वाल ने कहा कि उन्हें बेटी पर गर्व है। उन्होंने सरकार से अपील की कि इस तरह के साहसिक बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए। इससे पहले इशानी ने लेह-लद्दाख की पीक कुन पर भी फतह हासिल की है। इशानी ने खास तौर पर शिव नादर फाउंडेशन का आभार जताया।

इशानी जम्वाल ने बेसिक एडवांस और एमओआइ कोर्स अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली से किया है। इसके अलावा स्कीइंग का बेसिक कोर्स भी यहीं से किया है। स्पोर्ट्स में दिलचस्पी थी। इशानी ने पांच विभिन्न कोर्स में नेशनल खेला है। स्की माउंटनेरिंग 2021, विंटर स्पोर्ट्स, अल्पाइन, अल्पाइन स्कीइंग में नेशनल ट्रायल दिया। इसमें दो बार इटली में भाग लिया है। 2022 में नेशनल क्रास कंट्री स्की चैंपियनशिप में पांचवें स्थान पर रहीं। इसके अलावा इंटरनेशनल स्कीइंग में भी भाग लिया है। दो बार भारत का प्रतिनिधित्व किया है। स्पोर्ट्स क्लाइमिंग बेंगलुरु में 2016 में भाग लिया है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भाग लिया था जिसमें सिल्वर मेडल हासिल किया था। इशानी ने कहा कि पिता स्पोर्ट्स में रहे हैं। पिता ने हर समय सहयोग दिया।

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