FIH सीरीज फाइनल: पहले मुक़ाबले में मेजबान भारत का दस का दम

Update: 2019-06-07 05:47 GMT

भुबनेश्वर में हो रही FIH सीरीज फाइनल के पहले मुक़ाबले में मेजबान भारत ने रूस को 10-0 से हराया।

कप्तान मनप्रीत सिंह की अगुआई में खेल रही भारतीय टीम को रूस के डिफेन्स को परेशान करने में ज़्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी और शुरुआती मिनटों में ही टीम ने अपना पहला पेनल्टी कार्नर हासिल किया, लेकिन बॉल गोल पोस्ट पर लगी, इसके बाद भारतीय मिडफ़ील्ड ने रूस के डिफेन्स को लगातार धकेलते रहे लेकिन कोई भी मौका बनाने में असमर्थ रहे, 13 वे मिनट में नीलकांता शर्मा ने टीम का खाता खोला। पहले क्वार्टर के समाप्त होते तक भारत ने 1-0 की बढ़त बना रखी थी।

 दूसरे क्वार्टर के शुरू होते ही भारतीय टीम ने अपनी रणनीति बिना बदले रूस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया, 19 वे मिनट में बीरेंद्र लकरा ने अच्छा इंटेसेप्शन करते हुए सुमित को बॉल पास की और फिर सुमित के पास पर सिमरनजीत ने टीम का दूसरा गोल किया, इसके एक मिनट बाद ही भारत को पेनल्टी कार्नर मिला और अमित रोहिदास ने बिना गलती किये स्कोर को 3-0 कर दिया और हाफ टाइम तक भारत ने अच्छी लीड बना चुकी थी।

 तीसरे क्वार्टर के शुरू होते ही 90 सेकण्ड्स में भारत ने 4-0 की बढ़त ले ली, स्टार ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कार्नर को बिना कोई चूक के कन्वर्ट किया। 34 वे मिनट में भारत को फिर पेनल्टी कार्नर मिला और इस बार वरुण कुमार ने अपने कौशल से गोल करते हुए स्कोर को 5-0 कर दिया। रूस की पूरी टीम भारतीय टीम के समक्ष असहाय नज़र आयी। भारत के तीनो ही पेनल्टी कार्नर स्पेशलिस्ट गोल कर चुके थे। 37 वे मिनट में सिमरनजीत के पास पे गुरसाहिबजीत सिंह ने अपना पहला अंतराष्ट्रीय गोल किया। तीसरे क्वार्टर के ख़त्म होने तक भारत ने आकाशदीप सिंह (42') और विवेक सागर प्रसाद (45') के गोलों की मदद से स्कोर लाइन को 8-0 पर ला दिया।

 अंतिम क्वार्टर में भारत ने अपनी रणनीति को बिना बदले लगातार हमले जारी रखे और 48 वे मिनट में हरमनप्रीत ने पेनल्टी कार्नर पर गोल करते हुए अपना दूसरा गोल किया, 56 वे मिनट ने आकाशदीप ने अपना दूसरा गोल करते हुए भारत का Perfect 10 पूरा किया। भारत ने फुल टाइम हूटर तक इसी स्कोर के साथ गेम अपने नाम किया। नीलकांता शर्मा को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया।

 अभी तक खेले गए FIH सीरीज फाइनल के सारे मैचों में किसी भी टीम के द्वारा सबसे ज़्यादा गोल करने का रिकॉर्ड भी इसी गेम में बना।

 कप्तान मनप्रीत का भारतीय टीम के लिए यह 250 व अंतराष्ट्रीय मैच था, मैच जितने के बाद उन्होंने कहा "दरअसल हमे इस रिजल्ट की उम्मीद नहीं थी, क्योंकि हम जानते हैं कि रूस के पास एक अच्छा डिफेंस है और वे कई इनडोर गेम खेल रहे हैं। यहां मैच के दौरान भीड़ हमेशा अद्भुत होती है और वे हमेशा हमारा समर्थन करते हैं, इसलिए मैं उन्हें बताना चाहता हूं! आपके समर्थन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद!"

रूस के पावेल गोलुबेव ने कहा की "यह हमारे लिए वास्तव में कठिन गेम था। हमने बहुत गलतियां कीं। मुझे लगता है कि यह आत्मविश्वास की कमी थी। लेकिन हमें इस गेम में बहुत अनुभव प्राप्त हुआ और हम अगले गेमों के लिए इसका उपयोग करेंगे। हमारे इस प्रकार खेलने के लिए भारत का धन्यवाद, यह वास्तव में हमारे लिए एक बड़ा अनुभव है।"

 दिन के अन्य मैचों में संयुक्त राज्य अमेरिका ने उलटफेर करते हुए दक्षिण अफ्रीका को 2-0 से हराया, पोलैंड ने उज़्बेकिस्तान को 4-0 से हराया। भारत अपना अगला मुक़ाबला पोलैंड के खिलाफ आज शाम में खेलेगा।

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