मोहन बागान क्लब ने पेले को दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि, दिग्गज की याद में जल्द बनेगा 'पेले गेट'

पेले के जाने के गम में सिर्फ मोहन बागान ही नहीं बल्कि उसके चिर प्रतिद्वंदी ईस्ट बंगाल और मोहम्मडन स्पोर्टिंग ने भी अपने झंडे आधे झुकाए है

Update: 2022-12-31 10:09 GMT

दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर में से एक पेले की कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझने के बाद मृत्यु हो गई। पेले के निधन से पूरे फुटबॉल जगत में शोक का माहौल हैं। खास कर की मोहन बागान के लिए जो देश का एकमात्र क्लब है जिसके खिलाफ तीन बार के विश्व कप विजेता पेले ने एक प्रदर्शनी मैच में हिस्सा लिया था।

पेले के जाने के गम में सिर्फ मोहन बागान ही नहीं बल्कि उसके चिर प्रतिद्वंदी ईस्ट बंगाल और मोहम्मडन स्पोर्टिंग ने भी अपने झंडे आधे झुका दिए हैं।

पेले की याद में मोहन बागान क्लब में जल्द ही एक पेले गेट होगा, इस बात की घोषणा सचिव देवाशीष दत्ता ने की।

दत्ता ने कहा, "हमने पहले ही इसकी घोषणा कर दी है और इस पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। उम्मीद है कि जल्द ही इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।"

महान फुटबॉलर को याद करते हुए दत्ता ने उस दिन को भी याद किया जब ईडन गार्डंस में खेले गए मैच में मोहन बागान 2-1 से जीत दर्ज करने की स्थिति में था लेकिन कॉसमॉस को अंतिम क्षणों में पेनल्टी मिली जिस पर उसने गोल करके मैच ड्रॉ कराया था।

उन्होंने कहा, ''25 सितंबर 1977 क्लब के इतिहास में ऐतिहासिक दिन था। हमने न्यूयॉर्क कॉसमॉस के खिलाफ मैच में देश का प्रतिनिधित्व किया था। लोगों को तब भारत में केवल एक फुटबॉल क्लब की जानकारी थी और वह क्लब मोहन बागान था।''

वहीं ईस्ट बंगाल के अध्यक्ष प्रणव दासगुप्ता ने पत्रकारों से कहा, ''पेले विश्व में खेलों के राजा थे। उनके निधन से हम सभी और विश्व भर के खेल प्रेमी दुखी हैं। लगता नहीं है कभी उनकी जगह भर पाएगी।''

बता दें अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने पेले की उपलब्धियों को याद करते हुए सात दिन के शोक की घोषणा की।

एआईएफएफ के महासचिव शाजी प्रभाकरण ने कहा, "फुटबॉल के दिग्गज पेले के निधन से हम सभी बेहद दुखी हैं और उनकी उपलब्धियों को याद कर रहे हैं। हम उनके निधन पर सात दिन तक शोक व्यक्त करेंगे। इस बीच एआईएफएफ का ध्वज आधा झुका होगा।''

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