Commonwealth Games 2022: लॉन बॉल्स में भारत ने जीता स्वर्ण पदक

राष्ट्रमंडल खेलों के 92 साल के इतिहास में पहला मेडल

Update: 2022-08-02 15:00 GMT

भारतीय महिलाओं ने इतिहास रच दिया। राष्ट्रमंडल खेलों के 92 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब भारत ने लॉन बॉल्स में पदक जीता हो और वह भी स्वर्ण पदक।

जिस खेल में पदक जीतने की बात तो दूर, जिस खेल का नाम तक बहुत कम लोग जानते थे। आज उसमें भारत ने गोल्ड मेडल जीत लिया है। और इस खेल को पहचान देने का काम इस नारी शक्ति ने किया है।

लवली चौबे, रूपा रानी टिर्की, नयनमोनी साइकिया और पिंकी। महिलाओं की इस चौकड़ी ने आज इतिहास रच दिया। इनमें से कोई पुलिस कांस्टेबल है, तो कोई स्पोर्ट्स टीचर और स्पोर्ट्स ऑफिसर।

लवली चौबे झारखंड पुलिस में कांस्टेबल हैं। वहीं नयन मोनी साइकिया असम पुलिस में कांस्टेबल। रूपा रानी टिर्की झारखंड के रामगढ़ में स्पोर्ट्स ऑफिसर हैं और बात की जाए पिंकी की तो वे दिल्ली के आर. के. पुरम के स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर। आज इन चारों महिलाओं ने लॉन बॉल्स को एक अलग पहचान दिलाई है। और इस पहचान का नतीजा यह होगा कि अब आगे आने वाले खेलों में भी देश उम्मीद करेगा कि इस खेल में भी हम पदक जीत सकते हैं। इस टीम ने लॉन बॉल्स के खेल में आगे आने वाले भविष्य को सुधारा है।

इससे पहले भारत लॉन बॉल्स में कभी भी सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ा था और शायद इस खेल को तवज्जो ना मिलने की वजह से भी यह खेल पीछे था। लेकिन, अब इस खेल के उज्जवल भविष्य की संभावना है।

इसी के साथ अब राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के पदकों की संख्या 10 हो गई है। जिसमें 4 स्वर्ण, 3 रजत और 3 कांस्य पदक शामिल हैं।

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