पीवी सिंधु बनी बैडमिंटन में भारत की पहली वर्ल्ड चैंपियन, BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत को मिला पहला गोल्ड
रविवार की शाम भारतीय खेल इतिहास की सबसे सुनहरी शामों से एक हो गई और ये सुनहरा अहसास कराया भारत की सुनहरी सुंदरी पी वी सिंधु ने, सिंधु ने बेसल में खेली गई BWF वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फ़ाइनल में जापान की नोज़ोमी ओकुहारा को 36 मिनट चले मुक़ाबले में 21-7, 21-7 से मात दी। इससे पहले किसी भी भारतीय शटलर ने वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल नहीं जीता था, न ही किसी पुरुष शटलर और न ही किसी भी इवेंट में भारत को बैडमिंटन में स्वर्ण पदक हासिल हुआ था।
पीवी सिंधु ने मैच की शुरुआत ही धमाकेदार अंदाज़ में की थी, पहला प्वाइंट हारने के बाद सिंधु ने अगले लगातार 8 अंक जीते और बढ़त 8-1 की कर ली थी जिसे मिड ब्रेक तक 11-2 पहुंचा दिया था। ब्रेक के बाद भी सिंधु का शानदार खेल जारी रहा और 24 वर्षीय इस भारतीय शटलर ने पहला गेम महज़ 16 मिनट में 21-7 से जीत लिया था।
दूसरे हाफ़ में विश्व नंबर-3 शटलर नोज़ोमी योकुहारा के सामने करो या मरो की चुनौती थी। सिंधु को इससे पहले 15 मुक़ाबलों में 7 बार हराने वाली ओकुहारा ने दूसरे गेम की शुरुआत में कुछ अच्छे प्वाइंट्स हासिल करते हुए वापसी की कोशिश की थी। लेकिन सिंधु ने कहीं से भी ओकुहारा को मौक़ा नहीं दिया और दूसरे गेम के मिड ब्रेक तक स्कोर 11-4 से भारतीय शटलर के पक्ष में जा चुका था। और फिर देखते ही देखते सिंधु ने दूसरा गेम 20 मिनट में 21-7 से जीता और चैंपियनशिप अपने नाम कर ली। पी वी सिंधु लगातार तीसरी बार वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फ़ाइनल में पहुंची थी और इस बार उन्होंने देशवासियों के गोल्ड के सपने को साकार करते हुए इतिहास रच दिया।