बैडमिंटन
कोविड-19 को देखते हुए रैंकिंग बंद नहीं करने से पी कश्यप निराश, कहा टेनिस से सीख लेनी चाहिए
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पारूपल्ली कश्यप ने शुक्रवार को कहा कि वह बैडमिंटन विश्व महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) से काफी निराश हैं क्योंकि उसने अभी तक खिलाड़ियों की रैंकिंग बंद नहीं की है जबकि कोविड-19 महामारी के चलते कई ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट रद्द हो गए हैं।
कश्यप और उनकी पत्नी साइना नेहवाल ने पहले सुझाव दिया था कि कोरोना वायरस के कारण कई टूर्नामेंट के रद्द होने से टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफिकेशन समय को बढ़ा देना चाहिए। राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व चैम्पियन कश्यप ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ''मुझे उम्मीद है कि क्वालीफिकेशन समय को बढ़ाने या इसमें बदलाव के लिए कुछ प्रयास किए जा रहे होंगे। रैंकिंग अभी तक बंद नहीं हुई है। पिछले साल स्विस ओपन के अंक हटा लिये गए हैं। एटीपी ने अपनी रैंकिंग बंद कर दी है। हमें टेनिस से सीख लेनी चाहिए। निराशाजनक।"
https://twitter.com/parupallik/status/1241016149338279937?s=20
गौरतलब है कि ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने का समय 28 अप्रैल को समाप्त हो जायेगा और एकल के शीर्ष 16 खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक के लिए कट हासिल कर पाएंगे। पारूपल्ली कश्यप ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के खिलाड़ियों को टोक्यो खेलों की तैयारियां जारी रखने के लिये प्रोत्साहित करने संबंधी बयान को 'मजाक' करार दिया था। कश्यप ने ट्वीट किया था, ''आईओसी हमें अभ्यास जारी रखने के लिये प्रोत्साहित कर रही है ….. और कैसे? कहां? आप मजाक कर रहे हो।''
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