दिनभर के सभी खेलों की प्रमुख खबरें- 22 जनवरी 2020

Update: 2020-01-22 12:49 GMT

ऑस्ट्रेलियाई ओपन: दिविज शरण दूसरे दौर में पहुंचे, रोहन बोपन्ना हारे

ऑस्ट्रेलियाई ओपन में बुधवार को भारतीय टेनिस खिलाड़ी दिविज शरण और उनके न्यूज़ीलैंड के जोड़ीदार अर्टेम सितक ने दूसरे दौर में अपनी जगह बना ली है। वहीं एक अन्य मुकाबले में रोहन बोपन्ना और उनके जापानी जोड़ीदार को पहले दौर में शिकस्त झेलनी पड़ी है। पुरुष युगल में हारने के बाद अब रोहन बोपन्ना मिश्रित युगल में सानिया मिर्जा के साथ चुनौती पेश करते हुए नजर आएंगे।

थाईलैंड मास्टर्स: साइना नेहवाल पहले दौर में हारकर बाहर, भारत की चुनौती समाप्त

भारतीय स्टार शटलर साइना नेहवाल थाईलैंड मास्टर्स में पहले दौर की चुनौती पार नहीं कर सकी। उन्हें पहले मुकाबले में डेनमार्क की लाइन होजमार्क जेर्सफेल्ट ने हरा दिया। इसके साथ ही थाईलैंड मास्टर्स में भारत की चुनौती समाप्त हो गई है। इससे पहले किदांबी श्रीकांत, एच एस प्रणय और समीर वर्मा भी अपने-अपने मुकाबले हारकर बाहर हो गये हैं।

उत्तराखंड की उन्नति बिष्ट ने बैडमिंटन में जीता रजत, रैंकिंग में सुधार का रखा लक्ष्य

गुवाहाटी में खेले जा रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में बैडमिंटन में गुजरात की मीर तस्नीम इरफ़ान अली ने स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने स्वर्ण पदक के लिए खेले गये मुकाबले में उत्तराखंड की उन्नति बिष्ट को हरा दिया। शीर्ष वरीयता प्राप्त उन्नति ने अपना पहला गेम 21-15 से जीत लिया, लेकिन उन्हें अगले दो गेम्स में 21-10, 21-14 से शिकस्त झेलनी पड़ी। अब उन्नति का अगला लक्ष्य अपनी ऑल इंडिया रैंकिंग में सुधार करना है।

थाईलैंड मास्टर्स: किदांबी श्रीकांत और समीर वर्मा पहले दौर में हारकर बाहर

थाईलैंड मास्टर्स में बुधवार को भारतीय शटलरों की खराब शुरुआत रही है। भारत के स्टार शटलर किदांबी श्रीकांत और समीर वर्मा अपने-अपने मुकाबले हारकर पहले दौर से बाहर हो गये हैं। जहाँ पहले दौर में श्रीकांत को शेशर हिरेन से हार झेलनी पड़ी दूसरी तरफ समीर वर्मा ली जी जिआ की चुनौती को पार नहीं कर सके।

बैडमिंटन में सिंथेटिक शटलकॉक का साल 2021 से होगा इस्तेमाल

अब साल 2021 से सिंथेटिक पंखो वाली शटलकॉक का इस्तेमाल किया जायेगा। बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (बीडब्लूएफ) ने यह फैसला लिया है। बीडब्लूएफ ने यह बताया है कि इसका ट्रायल किया गया है और यह सामान्य तौर पर प्रयोग में लाई जाने वाली शटलकॉक की तुलना में ज्यादा उपयोग में लाई जा सकेगी। इसके अलावा सिंथेटिक पंखो वाली शटलकॉक किफायती भी होगी।