खेलो इंडिया यूथ गेम्स में इस बार 15 खिलाड़ी डोप टेस्ट में पॉजिटिव

Update: 2020-04-22 05:03 GMT

भारत में खेल के स्तर में सुधार के लिए खेलो इंडिया गेम्स का सफल आयोजन हुआ। हालांकि दूसरी तरफ इन खेलों पर चौंकाने वाले डोपिंग के नतीजे सामने आये हैं। इसी साल के शुरुआत में गुवाहटी में आयोजित हुए इन खेलों में 15 खिलाड़ी डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाये गये हैं।

सरकार की योजनाओं में प्राथमिकता में शामिल खेलो इंडिया यूथ गेम्स में अब तक का सबसे बड़ा डोपिंग का मामला सामने आया है। इससे पहले दिल्ली में हुए पहले खेलो इंडिया गेम्स में 11 और उसके बाद पुणे में हुए इन खेलों में 9 खिलाड़ी डोप में पॉजिटिव पाए गए थे।

एक और चौंकाने वाली बात यह है कि डोपिंग में लिप्त पाये जाने वाले इन खिलाड़ियों में ज्यादातर स्वर्ण विजेता और नाबालिग हैं। स्टेरायड के लिए डोप में फंसने वाले खिलाड़ियों पर नाडा ने अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है, जबकि स्पेसीफाइड सब्सटेंस के लिए फंसने पर कुछ खिलाड़ियों पर अस्थायी प्रतिबंध नहीं लगा है। आपको बता दें कि नाडा की ओर से इन खेलों में 346 डोप सैंपल लिए गए थे, जिन्हें परीक्षण के लिए दोहा (कतर) लैब भेजा गया था।

डोप में फंसने वाले खिलाड़ियों में चार वेटलिफ्टर, चार पहलवान (कुश्ती), तीन कबड्डी के और बाकी एथलेटिक्स, फुटबॉल, वॉलीबाल और मुक्केबाजी के खिलाड़ी शामिल हैं। ज्यादातर खिलाड़ियों के सैंपल एनाबॉलिक स्टेरायड पाया गया है। कुछ खिलाड़ियों ने बी सैंपल टेस्ट कराने के लिए कहा है, लेकिन लॉकडाउन होने के चलते इनके टेस्ट नहीं हो पाए हैं। लॉकडाउन खुलने के बाद ही इन खिलाड़ियों को अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए नाडा के सुनवाई पैनल के समक्ष पेश होने का मौका मिलेगा।

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