Khelo India Youth Games: तैराक अपेक्षा फर्नांडिस ने कहा- भावी पीढ़ी को आगे बढ़ने का आत्मविश्वास देता है खेलो इंडिया यूथ गेम्स

अपेक्षा ने पंचकुला में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स के चौथे संस्करण में कुल 5 स्वर्ण और एक रजत पदक जीते थे

Update: 2023-01-31 13:29 GMT

अपेक्षा फर्नांडिस

मुंबई की अपेक्षा फर्नांडिस तैराकी में भारत के सबसे चमकदार उभरते हुए सितारों में से एक हैं। बीते साल पेरू में आयोजित जूनियर विश्व तैराकी चैंपियनशिप में 200 मीटर बटरफ्लाई इवेंट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय अपेक्षा दूसरी बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स में हिस्सा ले रही हैं और उनका मानना है कि यह एक बेहतरीन प्लेटफार्म है क्योंकि यह अपनी क्षमता दिखाने के मौके के साथ-साथ भावी पीढ़ी को आगे बढ़ने का आत्मविश्वास देता है।

17 साल की अपेक्षा के पिता बीजी फर्नांडिस आईआईटी मुंबई में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर हैं और उनकी मां हीरानंदानी हास्पीटल में मनोचिकित्सक हैं। अपेक्षा ने पंचकुला में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स के चौथे संस्करण में कुल 5 स्वर्ण और एक रजत पदक जीते थे। इसमें से चार स्वर्ण-100 मीटर बटरफ्लाई, 200 मीटर बटरफ्लाई, 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले और 50 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में आए थे औऱ एक स्वर्ण रिले में आया था। रिले में ही इनकी टीम को रजत भी मिला था।

अपेक्षा एक बार फिर खेलो इंडिया यूथ गेम्स के लिए तैयार हैं, जो कि मध्य प्रदेश में पहली बार हो रहा है। तैराकी के इवेंट्स भोपाल स्थित प्रकाश तरूण पुष्कर में 7 से 11 फरवरी के बीच होंगे। खेलो इंडिया के पंचकुला संस्करण के बाद अपेक्षा ने ओडिशा में आयोजित जूनियर नेशनल्स में हिस्सा लिया और वहां टीम रिले सहित 6 स्वर्ण पदक जीते। यहां अपेक्षा ने सभी स्पर्धाओं में जूनियर स्तर पर नेशनल रिकार्ड बनाया।

आईआईटी मुंबई तरणताल और फारेस्ट क्लब हीरानंदानी में डा. मोहन रेड्डी की देखरेख में अभ्यास करने वाली अपेक्षा ने खेलो इंडिया को बहुत सकारात्मक मंच बताया। अपेक्षा ने कहा, "मेरा मानना है कि यह सभी के लिए बहुत बड़ा प्लेटफार्म है। इस इवेंट में कम उम्र के तैराक भी हिस्सा लेते है, ऐसे में आपको भावी पीढ़ी के साथ प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिलता है। साथ ही यह भावी पीढ़ी को आगे के लिए आत्मविश्वास देता है। इसमें देश के बेहतरीन एथलीट्स हिस्सा लेते हैं, लिहाजा आपको उनके और उनके खेल के बारे में जानने का मौका मिलता है। आप हर किसी से कुछ सीखते हैं। मेरी नजर में इसमें हिस्सा लेने वाले हर खिलाड़ी के लिए यह एक महान अवसर होता है।"

फिना जूनियर विश्व चैंपियनशिप के दौरान अपेक्षा ने फाइनल में 2 मिनट 19.14 सेकेंड का समय निकालकर अपना ही राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ा था। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में हिस्सा लेने के साथ-साथ कक्षा 12वीं की परीक्षा की तैयारी में जुटीं अपेक्षा हालांकि इस साल चार व्यक्तिगत इवेंट्स में ही हिस्सा लेंगी क्योंकि वह अपना बेस्ट देना चाहती हैं।

कम्पटीशन सीजन में 4 से 6 घंटे अभ्यास करने वाली अपेक्षा ने कहा, "इस बार मैं चार इवेंट्स में ही हिस्सा लूंगी क्योंकि शेड्यूल के मुताबिक मेरे दो इवेंट्स बैक टू बैक हैं। मैं अपना बेस्ट देना चाहती हूं और इसी कारण इस बार चार व्यक्तिगत इवेंट्स में हिस्सा लूंगी। अभी बोर्ड इग्जाम का भी प्रेशर है, लिहाजा मैं चार इवेंट्स को ही चुनुंगी। यह फैसला मैंने खुद से लिया है। मेरा परिवार हमेशा मेरे साथ रहा है लेकिन खेल के मामले में फैसले लेने का हक मेरे पास होता है।"

रोजर फेडरर औऱ सेरेना विलियम्स को अपना आदर्श मानने वाली अपेक्षा ने कहा कि कर्नाटक कुछ तैराक (नाम लिए बगैर) उनके सामने चुनौती पेश कर सकती हैं लेकिन वह इसके लिए तैयार हैं क्योंकि जब प्रतिस्पर्धा कड़ी होती है तब ही कोई एथलीट अपना बेस्ट दे पाता है। अपेक्षा ने साथ ही बताया कि उनका अगला लक्ष्य एशियाई खेलों में हिस्सा लेना और देश के लिए पदक जीतना है।

ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली किशोर तैराक अमेरिका की लिडिया जैकोबी और कनाडा की समर मैकिन्टोश की तरह बनने की आकांक्षा रखने वाली अपेक्षा ने कहा, "अगले साल का सबसे बड़ा आयोजन एशियाई खेल है जो मेरे दिमाग में एक लक्ष्य है। मैं निश्चित रूप से वहां पदक जीतने का लक्ष्य रखूंगी, लेकिन मुझे उसी के अनुसार ट्रेनिंग करना होगा। यह एक अल्पकालिक लक्ष्य है। इस पर मैं अपना पूरा जोर लगा रही हूं। अभी इसी पर ध्यान है। उसके बाद मैं आगे की योजना बनाऊंगी।"

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