मुंबई हमले के नायक और भारत के पहले 'डिसेबल आयरन मैन' प्रवीण तेवतिया

मुंबई हमले में चार गोली खाने वाले प्रवीण भारत के पहले डिसेबल आयरन मैन हैं।

Update: 2019-11-26 06:47 GMT

आज मुंबई में हुए दुर्दांत आतंकी हमले (26/11) की 11वीं बरसी है। इस आतंकी हमले को नाकाम करने में जिन नायकों ने अपनी जान की परवाह किये बगैर अपना सर्वस्व झौंक दिया, उनमें पूर्व मरीन कमांडो प्रवीण तेवतिया सबसे ऊपर हैं। आतंकियों से जूझते हुए उन्हें चार गोलियां भी लगीं। लेकिन उन्होंने आतंकियों का जमकर मुकाबला किया और कई लोगों की जान बचाई। इसके बाद उनकी कई सर्जरी हुई, कई सालों तक हॉस्पिटल में रहे लेकिन वह दोबारा से कमांडो में नहीं जा सके। उन्हें नेवी ने डेस्क जॉब (नॉन एक्टिव) की पेशकश हुई लेकिन उन्होंने अपनी फिटनेस को साबित करने के लिए एक सफल मैराथन के रूप में अपनी पहचान बनाई।

प्रवीण ने साल 2018 में दक्षिण अफ्रीका में हुई आयरन मैन चैम्पियनशिप(ट्रायथलॉन) जीती। इस प्रतियोगिता में वह भारत की ओर से पहले डिसेबल आयरनमैन बन गये। यह दुनिया के सबसे कठिन प्रतियोगिताओं में से एक है। प्रवीण ने 180.2 किमी साइकिल चलाई फिर 42.2 किमी तक दौड़े और 3.86 किमी तक तैरकर इस आयोजन को सफलतापूर्वक पूरा किया। इसके बाद उन्होंने इसी साल अक्टूबर में न्यूयॉर्क में आयोजित हुई आयरन मैन प्रतियोगिता में फिर से हिस्सा लिया। प्रवीण शौर्य चक्र विजेता हैं। सितम्बर 2017 में उन्होंने 71 किमी की खारडुंग ला मैराथन जीतकर सबको चौंका दिया था।

प्रवीण तेवतिया शौर्य चक्र से सम्मानित हैं :

प्रवीण तेवतिया को उनकी बहादुरी के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि शौर्य चक्र शांतिकाल में मिलने वाला शीर्ष वीरता पुरुष्कार है। प्रवीण ने मुश्किल परिस्थितियों में में जीना सीखा, लड़ना सीखा और आगे बढ़ना सीखा। वह अपने आप में एक जीवित मिसाल हैं।

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