भाला फेंक खिलाड़ी शिवपाल सिंह पर लगा प्रतिबंध घटा, प्रतिस्पर्धा के लिए हुए स्वतंत्र

टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले शिवपाल सितंबर 2021 में प्रतियोगिता के इतर परीक्षण के दौरान डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद पिछले साल 16 अगस्त को उनपर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था।

Update: 2023-01-10 15:39 GMT

भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी शिवपाल सिंह के लिए राहत को खबर मिली हैं। शिवपाल पर डोपिंग के चलते लगे चार साल के प्रतिबंध को घटाकर एक साल कर दिया गया हैं। शिवपाल के बचाव में यह पक्ष रखा गया था कि खाने के सप्लीमेंट में गड़बड़ी के कारण वह डोप परीक्षण में विफल रहे थे, जिसे राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अपील पैनल ने स्वीकार किया और प्रतिबंध को 1 साल का कर दिया, और अब वह प्रतिस्पर्धा करने के लिए स्वतंत्र हैं।

दरअसल, टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले शिवपाल सितंबर 2021 में प्रतियोगिता के इतर परीक्षण के दौरान डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद पिछले साल 16 अगस्त को उनपर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था।

शिवपाल के वकील पार्थ गोस्वामी ने कहा, ''शिवपाल ने अपील पैनल के समक्ष पक्ष रखा कि पॉजीटिव नतीजा उनकी जानबूझकर की गई गलती का नतीजा नहीं था और ऐसा फर्जी/गड़बड़ी वाले खाने के सप्लीमेंट के कारण हुआ। नमूना एकत्रित करते समय डोपिंग नियंत्रण फॉर्म में खिलाड़ी ने उपरोक्त सप्लीमेंट का खुलासा किया था।''

गोस्वामी ने कहा, ''यह फर्जी सप्लीमेंट हर्बल पावर फार्मेसी से खरीदा गया था और यह सप्लीमेंट स्टोर बाद में गड़बड़ी वाला सप्लीमेंट बेचने में लिप्त पाया गया और उसके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई।''

गोस्वामी ने आगे कहा, ''एनडीटीएल ने पुष्टि की कि सप्लीमेंट में गड़बड़ी थी और साथ ही इसमें मेथाडाईनोन होने की पुष्टि भी की जो खिलाड़ी के नमूने में पाया गया था।''

उन्होंने यह भी कहा, "गोस्वामी ने दावा किया कि उच्चतम न्यायालय के वकील अभिनव मुखर्जी की अध्यक्षता वाले अपील पैनल ने नाडा को सुनिश्चित करने को कहा कि 'फर्जी सप्लीमेंट' देश के खिलाड़ियों तक नहीं पहुंचे।"

उन्होंने साथ ही कहा कि नाडा को देश भर में सुरक्षित स्रोत के रूप में दुकानों को प्रमाणित करने के लिए नीति तैयार करने को कहा गया है जहां से खिलाड़ी बिना किसी डर के सप्लीमेंट खरीद सकें।

Tags:    

Similar News