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कुश्ती

Wrestlers Protest: सरकार के आश्वासन के बाद पहलवानों का धरना समाप्त, जांच के लिए समिति का ऐलान

समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा अभी नहीं की गई है। यह समिति महासंघ के रोजमर्रा के काम को भी देखेगी।

Wrestlers Protest: सरकार के आश्वासन के बाद पहलवानों का धरना समाप्त, जांच के लिए समिति का ऐलान
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Pratyaksha Asthana

Published: 21 Jan 2023 7:40 AM GMT

भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ भारतीय पहलवानों ने अपना धरना प्रदर्शन फिलहाल समाप्त कर दिया हैं। डबल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह और पहलवानों के बीच चल रहे विवाद में सरकार ने खिलाड़ियों को आश्वासन दिया जिसके बाद शुक्रवार देर रात पहलवानों ने जंतर मंतर पर चल रहे अपने धरना प्रदर्शन को समाप्त कर दिया।

बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और दीपक पूनिया समेत अन्य दिग्गज पहलवानों ने केंद्रीय खेलमंत्री अनुराग ठाकुर से दूसरे दौर की बैठक की जिसके बाद खेलमंत्री द्वारा समस्या का समाधान का आश्वासन देने पर धरना खत्म हुआ।

पहलवानों की मांग के मुताबिक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारियों से अलग करना है। इसके अलावा विनेश फोगाट ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पर यौन शोषण का आरोप लगाया था, जिसकी जांच के लिए एक निगरानी समिति गठित करने का फैसला किया है। समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा अभी नहीं की गई है। यह समिति महासंघ के रोजमर्रा के काम को भी देखेगी।

पहलवानों और खेलमंत्री ठाकुर ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें खेल मंत्री ने समिति गठित करने की, इस समिति को एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी।

खेलमंत्री ने कहा, "एक निगरानी समिति बनाने का फैसला किया गया है जिसके सदस्यों के नामों की घोषणा शनिवार को की जाएगी। समिति चार हफ्ते में जांच पूरी करेगी। वह डब्ल्यूएफआई और इसके अध्यक्ष के खिलाफ वित्तीय या यौन उत्पीड़न के सभी आरोपों की गंभीरता से जांच करेगी।"

उन्होंने बताया, "जांच पूरी होने तक बृजभूषण सिंह अलग रहेंगे और जांच में सहयोग करेंगे जबकि डब्ल्यूएफआई के रोजमर्रा के काम को निगरानी समिति देखेगी।"

वहीं पहलवानों की तरफ से बजरंग पूनिया ने कहा, "हमारा विरोध प्रदर्शन समाप्त हो गया है। हम धरने पर नहीं बैठना चाहते थे लेकिन पानी सर से ऊपर चला गया था। सरकार ने हमें सुरक्षा का आश्वासन भी दिया है क्योंकि डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष से हमें अतीत में भी धमकी मिलती रही है।"

बता दें इससे पहले पहलवानों ने आईओए के पास जाकर जांच करने का आग्रह किया था। आईओएन ने उनकी मांगों पर गौर करते हुए एमसी मैरीकॉम की अध्यक्षता में सात सदस्यीय जांच समिति गठित की। आईओए के पैनल में पहलवान योगेश्वर दत्त, तीरंदाज डोला बनर्जी और भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष और आईओए के कोषाध्यक्ष सहदेव यादव भी शामिल हैं।

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