कुश्ती
Wrestlers Protest: लखनऊ नहीं अब पटियाला में लगेगा महिला राष्ट्रीय शिविर
लखनऊ साइ केंद्र में राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने में कई महिला पहलवान असहज हैं
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के गढ़ में ट्रेनिंग को लेकर कई महिला पहलवानों के ‘असहजता’ जताने के बाद भविष्य में महिला राष्ट्रीय कुश्ती शिविर भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के पटियाला केंद्र में आयोजित किया जाएगा।
विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक सहित देश के शीर्ष पहलवानों के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठने के बाद खेल मंत्रालय के निर्देशों पर 27 अप्रैल को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने खेल के मामलों को चलाने के लिए तीन सदस्यीय तदर्थ पैनल का गठन किया था। प्रदर्शनकारी पहलवान एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
बाजवा के अलावा समिति के अन्य सदस्य राइफल कोच सुमा शिरूर और उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश हैं जिन्हें नियुक्त किया जाना बाकी है।
तदर्थ समिति के प्रमुख भूपेंद्र सिंह बाजवा ने बयान में कहा, ‘‘तदर्थ समिति ने यह भी फैसला किया कि भविष्य में राष्ट्रीय शिविर साइ सोनीपत (पुरुष ग्रीको रोमन और फ्रीस्टाइल) और साइ पटियाला (महिला कुश्ती) में आयोजित किए जाएंगे।’’
लखनऊ साइ केंद्र में राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने में कई महिला पहलवान असहज हैं और कई माता-पिता नहीं चाहते हैं कि सोनीपत में पुरुषों और महिलाओं के संयुक्त शिविर का आयोजन किया जाए।
एक सूत्र ने पीटीआई से कहा, ‘‘बैठक में संयुक्त राष्ट्रीय शिविर पर चर्चा की गई। पैनल के सदस्यों के संज्ञान में लाया गया कि महिला पहलवानों के माता-पिता सोनीपत में पुरुष पहलवानों के साथ अपनी बेटियों को प्रशिक्षण देने के पक्ष में नहीं थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘माता-पिता को डर है कि अगर ऐसा होता है तो ‘प्रेम संबंधों’ के मामले बढ़ सकते हैं। यही कारण था कि डब्ल्यूएफआई ने 2013 में दोनों शिविर को अलग कर दिया था।’’
महिला पहलवान दिल्ली के आईजी स्टेडियम में प्रशिक्षण को लेकर सहज हैं लेकिन यहां उनके ठहरने के लिए छात्रावास नहीं है। पटियाला में साइ केंद्र में कुश्ती हॉल नहीं है क्योंकि इसे भारोत्तोलन हॉल में मिला दिया गया था।
सूत्र ने कहा, ‘‘महिलाओं के लिए राष्ट्रीय शिविर गांधी नगर (गुजरात) में आयोजित कराने का एक विकल्प है लेकिन यह देखना होगा कि क्या खिलाड़ी इतनी दूर जाने के लिए राजी होंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह भी प्रस्तावित किया गया था कि पुरुष पहलवानों को लखनऊ भेजा जाए और महिलाएं सोनीपत में ट्रेनिंग करें लेकिन कोच और रैफरी इसके लिए तैयार नहीं हुए।’’