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कुश्ती

पहलवानों से यौन उत्पीड़न मामला: खेल मंत्रालय रविवार को निगरानी समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा करेगा

डब्ल्यूएफआई और विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रहा गतिरोध फिलहाल कुछ समय के लिए खत्म हो गया

पहलवानों से यौन उत्पीड़न मामला: खेल मंत्रालय रविवार को निगरानी समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा करेगा
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Bikash Chand Katoch

Published: 21 Jan 2023 7:52 PM GMT

खेल मंत्रालय भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने वाली निगरानी समिति के सदस्यों के नामों की रविवार को घोषणा करेगा। शनिवार को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी और साइ (भारतीय खेल प्राधिकरण) के डीजी (निदेशक) संदीप प्रधान के बीच इस मामले पर हुई बैठक के बाद सूत्रों ने इसकी पुष्टि की।

इससे पहले डब्ल्यूएफआई और विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रहा गतिरोध फिलहाल कुछ समय के लिए खत्म हो गया क्योंकि सरकार से आश्वासन मिलने के बाद खिलाड़ियों ने शुक्रवार देर रात अपना धरना समाप्त कर दिया। अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक के बाद ठाकुर ने कहा कि सरकार ने विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और रवि दहिया सहित देश के कुछ शीर्ष पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एक निगरानी समिति बनाने का फैसला किया।

समिति के सदस्यों के नामों का खुलासा पहले शनिवार को होना था। सूत्रों ने 'पीटीआई एजेंसी से कहा, ''खेल मंत्रालय रविवार को तीन सदस्यीय निगरानी/जांच पैनल के नामों की घोषणा करेगा। '' मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, ठाकुर, चतुर्वेदी और प्रधान के बीच दो घंटे लंबी बैठक हुई। समिति महासंघ के दैनिक मामलों की देखरेख भी करेगी। डब्ल्यूएफआई ने इससे पहले अपने अध्यक्ष सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न सहित सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि खेल निकाय में 'तानाशाही और कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है।"

डब्ल्यूएफआई ने सरकार के नोटिस के जवाब में सभी आरोपों से इनकार किया। उसने आरोप लगाया कि यह आरोप 'प्रेरित, पक्षपाती, निराधार और झूठे' है। पहलवानों के आरोप लगाने के बाद खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई से 72 घंटे के अंदर जवाब मांगा था। पहलवानों ने इस दौरान भारतीय ओलंपिक समिति (आईओए) के पास जाकर जांच करने का आग्रह किया था। आईओए ने उनकी मांगों पर गौर करते हुए एमसी मैरीकॉम की अध्यक्षता में सात सदस्यीय जांच समिति गठित की।

आईओए के पैनल में पहलवान योगेश्वर दत्त, तीरंदाज डोला बनर्जी और भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष और आईओए के कोषाध्यक्ष सहदेव यादव भी शामिल हैं। इस समिति में दो वकील तालिश रे और श्लोक चंद्रा भी शामिल हैं। इसके अलावा पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और आईओए की संयुक्त सचिव अलकनंदा अशोक भी समिति का हिस्सा हैं। उन्हें समिति का उपाध्यक्ष बनाया गया है। आईओए की आपातकालीन कार्यकारी परिषद की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया, जिसमें ओलंपिक चैंपियन निशानेबाज अभिनव बिंद्रा, ओलंपिक कांस्य पदक विजेता योगेश्वर, आईओए अध्यक्ष पीटी उषा और संयुक्त सचिव कल्याण चौबे ने भाग लिया।

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