कुश्ती
अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगित में दिग्गज पहलवानों के हिस्सा नहीं लेने से नाराज है खेल मंत्रालय
देश के दिग्गज पहलवानों ने जगरेब और अलेक्सजांद्रिया में यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट में भाग नहीं लिया हैं।
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह और देश के स्टार पहलवानों के बीच चल रहा विरोध अभी थमा नहीं हैं। विरोध के चलते भारतीय पहलवानों ने अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भी हिस्सा नहीं लिया, और यही वजह है कि खेल मंत्रालय पहलवानों से नाराज़ हैं।
दरअसल, बजरंग पूनिया, अंशु मलिक, साक्षी मलिक, दीपक पूनिया समेत देश के दिग्गज पहलवानों ने जगरेब और अलेक्सजांद्रिया में यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट में भाग नहीं लिया हैं। पहलवानों के इस कदम से सरकार नाराज है जो पहलवानों को तैयारियों और ट्रेनिंग के लिए ‘टारगेट ओलिम्पिकस पोडियम स्कीम’ (टॉप्स) के अंतर्गत वित्तीय सहायता मुहैया कराती है।
पहलवानों के हिस्सा नहीं लेने पर मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, "हमें यह पता नहीं चल रहा कि जब उनकी मांगें मान ली गई हैं तो वे (टूर्नामेंट में) हिस्सा क्यों नहीं ले रहे। हमें समिति को जांच पूरी करने के लिए समय देने की जरूरत है।"
उन्होंने कहा, "यह पहलवानों का फैसला है और हम किसी को भी बाध्य नहीं कर सकते लेकिन उन्हें टूर्नामेंट से हटना नहीं चाहिए। डब्ल्यूएफआई का रोजमर्रा का कामकाज महान मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम की अगुआई वाली छह सदस्यीय निगरानी समिति देख रही है।"
बता दें पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह पर कई आरोप लगाए थे, जिसमें सबसे गंभीर यौन शौषण का आरोप विश्व चैंपियन विनेश फोगाट ने लगाया। हालाकि आरोपों की जांच के लिए एक जांच समिति का गठन किया गया हैं।