कुश्ती
सचिन और हरप्रीत ने एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में जीते मेडल, भारत ने किया तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
इसी के साथ भारत ने अब तक एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में पांच पदक जीत लिए।
एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के दूसरा दिन भी भारत के लिए अच्छा रहा, दूसरे दिन भारत के लिए सचिन सहरावत और हरप्रीत सिंह ने दो मेडल जीते। इसी के साथ भारत ने अब तक एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में पांच पदक जीत लिए। यह भारत का ग्रीको रोमन इवेंट में अब तक चैंपियनशिप में तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत ने साल 2020 में ग्रीको रोमन इवेंट में चैंपियनशिप में १ स्वर्ण के साथ 5 मेडल जीतकर दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। आपको बता दें कि 1983 में एशियाई चैंपियनशिप में ग्रीको रोमन इवेंट के पहले संस्करण में भारत ने 10 पदक जीते थे।
सचिन और हरप्रीत ने जीता मेडल
चैंपियनशिप के दूसरे दिन 67 किग्रा वर्ग में सचिन ने उज्बेकिस्तान के महमूद बख्शिलोव के खिलाफ जीत हासिल कर भारत को दिन का पहला कांस्य पदक दिलाया ,जबकि 82 किग्रा वर्ग में हरप्रीत को मेडल के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी, हरप्रीत को कांस्य पदक के लिए कतर के जफ़र खान से भिड़ना था, लेकिन जफ़र चोट के कारण मैच में नहीं उतरे, जिसके कारण हरप्रीत बिना मैच ही खेले ही कांस्य पदक जीत गए। इसी के साथ भारत ने एशियाई चैंपियनशिप के ग्रीको रोमन इवेंट को 5 मेडल के साथ समाप्त किया।
भारतीय कुश्ती महासंघ खुश
एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भारतीय पहलवानो के प्रदर्शन से भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) काफी खुश है, डब्ल्यूएफआई के सचिव विनोद तोमर ने कहा, ''जब आपके सामने मजबूत जापान, ईरान और कजाखस्तान जैसे देश हो तो ये पदक जीतना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। पहलवानों ने विदेशों से बेहतर प्रशिक्षण की मांगे की, हम उन्हें इस चैंपियनशिप के बाद वो देंगे।" आगे उन्होंने कोचों को लेकर कहा कि मैंने भारतीय कोचों से कहा है कि उन्हें शिविरों में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाना है। हम अभी किसी विदेशी कोच की भर्ती नहीं कर रहे हैं। शिविर में नियमित अभ्यास से ही हमें इस साल बेहतर परिणाम मिले हैं।
वही चैंपियनशिप में भारत के अन्य पहलवानों के प्रदर्शन की बात करें तो 60 किग्रा वर्ग में ज्ञानेंद्र ने जापान की अयाता सुजुकी से तकनीकी श्रेष्ठता के कारण अपना कांस्य प्ले-ऑफ खो दिया। 72 किग्रा में विकास क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं जा सके, जहां वे उज्बेकिस्तान के मिरजोबेक राखमातोव से तकनीकी श्रेष्ठता से हार गए। 97 किग्रा वर्ग प्रतिस्पर्धा में रवि भी उसी चरण में हार गए। जहां वे किर्गिस्तान के यू. ज़ुज़ुपबेकोव से अपना अंतिम-आठ का मुकाबला संघर्ष कर 1-3 से हार गए।
वही महिला कुश्ती गुरुवार से शुरू होगी। भारत के लिए विश्व चैंपियनशिप की कांस्य विजेता सरिता मोर, जो 59 किग्रा में प्रतिस्पर्धा करेंगी, गुरुवार को पदक के लिए सर्वश्रेष्ठ दांव होंगी, जबकि विश्व रजत विजेता अंशु मलिक शुक्रवार को मैट पर उतरेंगी।