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कुश्ती

डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ यौन उत्पीड़न आरोपों के कोई ठोस सबूत नहीं: सूत्र

सूत्रों के मुताबिक बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवान विनेश फोगाट ने यौन शोषण का आरोप लगाया था, जिसको लेकर कोई ठोस सबूत नहीं मिला हैं

डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ यौन उत्पीड़न आरोपों के कोई ठोस सबूत नहीं: सूत्र
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Pratyaksha Asthana

Published: 14 April 2023 10:19 AM GMT

देश के पहलवानों और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के बीच चल दे विवाद में महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण के खिलाफ लगे आरोप पूरी तरह से सही साबित नहीं हो पाए हैं। सूत्रों के हवाले से यह पता चला है कि बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवान विनेश फोगाट ने यौन शोषण का आरोप लगाया था, जिसको लेकर कोई ठोस सबूत नहीं मिला हैं।

बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, दीपक पूनिया और विनेश फोगाट समेत देश के दिग्गज पहलवानों ने जनवरी माह में दिल्ली के जंतर- मंतर पर डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।

पहलवानों ने सरकार से मांग की थी कि डब्ल्यूएफआई को भंग कर दिया जाए और अध्यक्ष को हटा दिया जाए। जिसके बाद खेल मंत्रालय ने सदस्यीय निगरानी समिति का गठन किया, जिसका नेतृत्व महान मुक्केबाज मैरी कॉम को सौंपा गया।

समिति ने अप्रैल के पहले सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी लेकिन मंत्रालय ने अभी तक इसके निष्कर्षों को सार्वजनिक नहीं किया है। हालांकि कई सूत्रों ने पुष्टि की कि पहलवान कई सुनवाई के बाद डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को साबित नहीं कर सके।

सूत्रों के मुताबिक, "पहलवान यौन उत्पीड़न के अपने आरोपों को साबित नहीं कर सके। जांच के दौरान यह आरोप लगाया गया था कि एक महिला फिजियो (नाम नहीं दिया गया) को बृजभूषण ने पिछले साल बुल्गारिया में एक प्रतियोगिता के दौरान पीठ दर्द के इलाज के लिए मालिश करने के लिए कहा था। हालांकि सुनवाई के दौरान उसी फिजियो ने ऐसा कुछ भी होने से इनकार कर दिया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसके बजाय उसने खुलासा किया कि बृजभूषण सिरदर्द के लिए सिर्फ एक दर्द निवारक चाहते थे और जब उसने एक महिला कोच की मौजूदगी में इसकी पेशकश की तो डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने ‘डिस्प्रिन’ की गोली लेने से भी इनकार कर दिया।’’

सूत्र ने आगे यह भी कहा, ‘‘अपने हलफनामे में विनेश ने दावा किया कि बृजभूषण ने 2015 में तुर्की में उसे अनुचित तरीके से छुआ था। हालांकि बाद में पता चला कि विनेश ने उस साल तुर्की में प्रतिस्पर्धा नहीं की थी। बाद में उसने कहा कि यह असल में 2016 में मंगोलिया में हुआ था।"

बता दें विनेश ओलंपिक में पहले दौर में ही बाहर हो गई थीं और बाद में उन्हें अनुशासनहीनता के लिए डब्ल्यूएफआई द्वारा निलंबित कर दिया गया था। उसने खुलासा किया था कि वह अवसाद से पीड़ित थी और स्थिति से निपटने के लिए बुरी तरह संघर्ष कर रही थी।

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