कुश्ती
भारतीय पहलवानों ने सरकार से जताई नाराज़गी, कहा- जांच समिति गठित करने से पहले नही ली गई सलाह
सरकार द्वारा आरोपों की जांच के लिए 5 सदस्यीय समिति बनाई गई हैं, जिसका नेतृत्व मुक्केबाज मैरी कॉम को सौंपा गया हैं।
भारतीय कुश्ती महासंघ और देश के शीर्ष पहलवानों के बीच चल रहे विवाद में अब तक कोई नतीजा नहीं निकला हैं। सरकार ने पहलवानों की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था, जिसको लेकर एक 5 सदस्यीय समिति बनाई गई हैं, जिसका नेतृत्व मुक्केबाज मैरी कॉम को सौंपा गया हैं।
लेकिन इस जांच समिति को लेकर भी पहलवानों ने नाराज़गी जताई हैं। पहलवानों का कहना है कि समिति गठित करने से पहले उनसे सलाह नहीं की गई।
केंद्रीय खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को आरोपों की जांच के लिए मैरी कॉम की अध्यक्षता में समिति की घोषणा की थी। जिसके बाद डब्ल्यूएफआई को हटाने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर तीन दिन तक धरने पर बैठने वाले पहलवानों में शामिल बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, सरिता मोर और साक्षी मलिक ने समान ट्वीट पोस्ट करके अपनी नाराजगी जताई।
पहलवानों ने ट्वीट कर कहा, "हमें आश्वासन दिया गया था कि निगरानी समिति का गठन करने से पहले हम से सलाह ली जाएगी। यह वास्तव में दुखद है कि हम से सलाह मशवरा नहीं किया गया।"
इस ट्वीट में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अनुराग ठाकुर को टैग भी किया।
बता दें बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, दीपक पूनिया, रवि दहिया और विनेश फोगाट समेत देश के दिग्गज पहलवानों ने डबल्यूएफआई अध्यक्ष पर कई आरोप लगाए थे, जिसमें सबसे बड़ा आरोप विनेश फोगाट ने यौन शोषण का लगाया था।