कुश्ती
Commonwealth Games 2022: राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने के बाद भावुक हुईं साक्षी मलिक
नहीं रोक पाईं खुशी के आंसू
62 किलोग्राम वर्ग में रेसलर साक्षी मलिक ने स्वर्ण पदक जीत लिया है। जीतने के बाद साक्षी मलिक की खुशी, उनकी आँखें बयाँ कर रही थीं। क्योंकि जब वह पोडियम पर मेडल लेने आईं, तो उनकी आँखों से खुशी के आँसू छलक पड़े।
साक्षी मलिक इससे पहले राष्ट्रमंडल खेलों में रजत और कांस्य दोनों पदक जीत चुकी थीं। लेकिन, स्वर्ण पदक की चाह अभी भी उनके मन में बरकरार थी। इस बार के राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने अपनी चाह को पूरा किया और भारत को स्वर्ण पदक दिलाया।
साक्षी मलिक ने फाइनल मुकाबले में कनाडा की एना गोडिनेज गोंजालेज को बाय फॉल के ज़रिए चारों खाने चित कर दिया। बाय फॉल पहलवानी में ऐसी तकनीक होती है जिसके ज़रिए पहलवान अपने प्रतिद्वंदी को चित करके उसके दोनों कंधे मैट से लगा देता है। ऐसा कर पाना किसी भी पहलवान के लिए मुश्किल होता है।
लेकिन साक्षी मलिक ने यह मुश्किल दांव-पेंच कर दिखाया। इसके साथ ही भारत के लिए स्वर्ण पदक भी निश्चित हो गया। शुरुआती दौर में कनाडाई खिलाड़ी ने 4-0 की बढ़त बना ली थी। फिर साक्षी मलिक ने वापसी करनी शुरू की और 2 पॉइंट अर्जित किए। इसके बाद बाय फॉल के ज़रिए स्वर्ण पदक पक्का किया।
साक्षी ने 2010 में विश्व चैंपियनशिप मैं कांस्य पदक जीतकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। इससे पहले 2009 में साक्षी ने एशियन जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था और फिर 2012 में उसे स्वर्ण में तब्दील किया। हालांकि साक्षी मलिक पहलवान परिवार से ताल्लुक रखती हैं। साक्षी के दादा बदलू राम एक जाने-माने पहलवान थे। साक्षी ने अपने दादा की विरासत को संभाला और उसे बखूबी आगे बढ़ाया। आपको बता दें साक्षी मलिक हरियाणा के रोहतक जिले की रहने वाली हैं।
साक्षी मलिक 2016 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भी कांस्य पदक जीत चुकी हैं। इससे पहले 2015 के एशियन चैंपियनशिप में भी उन्होंने कांस्य पदक जीता था। अब राष्ट्रमंडल खेल 2022 में स्वर्ण पदक जीतकर साक्षी ने कमाल कर दिया है।