कुश्ती
Wrestlers Protest: बृजभूषण शरण सिंह ने संकेत दिए कि जब तक लड़ने की ताकत है हार नहीं मानेंगे
बृजभूषण शरण सिंह ने कविता के जरिए बहुत कुछ कहने की कोशिश की है
देश के चोटी के पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने गुरुवार को संकेत दिए कि वह खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
भाजपा के सांसद सिंह ने वीडियो संदेश में अपने ऊपर लगे आरोपों का जिक्र किए बिना संकेत दिया कि जब तक उनके पास लड़ने की ताकत है तब तक वह हार नहीं मानेंगे। बृजभूषण शरण सिंह ने कविता के जरिए बहुत कुछ कहने की कोशिश की है। लगता है इसके जरिए वह जंतर-मंतर पर बैठे पहलवानों को विशेष संदेश देना चाह रहे हैं।
दरअसल, भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह एक कविता गाते हुए भावुक नजर आए हैं। उन्होंने कहा है कि मुझे एक कविता याद आ रही है। आज के समय में- जिस दिन जीवन के हानि लाभ पर उतरूंगा, जिस दिन संघर्षों में जाली लग जाएगी, जिस दिन जीवन की लाचारी मुझ पर तरस दिखाएगी, उस दिन जीवन से मृत्यु कहीं बढ़ जाएगी।
बीजेपी सांसद यहीं नहीं रुके। इसके आगे उन्होंने कहा कि, मित्रों जिस दिन मैं अपने जीवन की समीक्षा करूंगा, क्या खोया, क्या पाया है और जिस दिन मैं महसूस करूंगा कि मेरे संघर्ष करने की क्षमता अब समाप्त हो गई है। जिस दिन मैं महसूस करूंगा कि मैं लाचार हूं, बेचारा हूं। ऐसी जिंदगी को जीना मैं पसंद नहीं करूंगा और चाहूंगा, ऐसी जिंदगी जीने के पहले मृत्यु मेरे करीब आ जाए।
विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता विनेश फोगाट, ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक सहित कई स्टार पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं और वे जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।