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पहलवान बजरंग पूनिया कोरोना से लड़ने के लिए छह महीने की सैलरी करेंगे दान

पहलवान बजरंग पूनिया कोरोना से लड़ने के लिए छह महीने की सैलरी करेंगे दान
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Press Trust of India

Updated: 18 April 2022 7:05 PM GMT

प्रतिभाशाली भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने कोराना वायरस के संक्रमण से निपटने में मदद करने के लिए सोमवार को छह महीने के अपने वेतन को दान करने के साथ टोक्यो ओलंपिक खेलों को टालने की मांग की। पच्चीस साल के इस भारतीय पहलवान ने कहा कि कई देश ओलंपिक से नाम वापस ले चुके है और ऐसे में अगर इसका आयोजन होता है तो टूर्नामेंट का महत्व कम होगा। बजरंग इन खेलों में भारत के पदक दावेदारों में से एक है।

कोरोनो वायरस के बढ़ते मामलों के कारण हालांकि इसका आयोजन संदेह के घेरे में है। इस बीमारी से अब तक दुनियाभर में 15000 से अधिक लोगों की मौत हो गयी है और 3,00,000 से अधिक लोगों इसके संक्रमण की चपेट में आये है। विश्व चैम्पियनशिप (2019) के कांस्य पदक विजेता बजरंग रेलवे में अधिकारी के रूप में विशेष ड्यूटी (ओएसडी) पर तैनात है। बजरंग के छह महीने के वेतन दान करने की पहल का खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने भी समर्थन किया। बजरंग ने ट्वीट किया, ''मैंने अपना छह महीने का वेतन दान करने का फैसला किया है।''

बजरंग ने पीटीआई से कहा, ''ओलंपिक से पहले हमें कोरोना वायरस से लड़ना होगा। यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है और यह 2-3 महीने तक जारी रहता है तो ओलंपिक को स्थगित करना पूरी तरह से सही रहेगा।'' उन्होंने कहा, ''अगर कोरोना वायरस का कहर जारी रहता है तो बहुत सारे देश अपने खिलाड़ियों को नहीं भेजेंगे। पहले से ही कनाडा और आस्ट्रेलिया ने कहा है कि वे अपने खिलाड़ियों को नहीं भेजेंगे। ऐसे आयोजन का क्या फायदा। यह सिर्फ भारत की समस्या नहीं है, यह एक वैश्विक मुद्दा है, जिससे पहले निपटने की जरूरत है।''

बजरंग सोनीपत के एक अपार्टमेंट में प्रशिक्षण ले रहे हैं, जबकि उनके कोच शाको बेंटिनिडिस जॉर्जिया के लिए रवाना हो गए हैं। महिला पहलवान के लिए विदेशी कोच एंड्रयू कुक भी कुछ दिन पहले अमेरिका के लिए रवाना हो गए हैं। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए)ने कहा कि वह इन खेलों में देश की भागीदारी के बारे में चार सप्ताह में तय करेगा। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) पर खेलों को स्थगित करने का भारी दबाव है। इस बीच इन खेलों में पदक की एक अन्य दावेदार विनेश फोगाट ने कहा कि वह कड़ा अभ्यास कर रही हैं और उन्हें खेलों के स्थगित होने या नहीं होने की कोई चिंता नहीं। उन्होंने कहा, ''मैं अपने घर पर हूं और अब तक का प्रशिक्षण अच्छा रहा है। मेरे कुछ भी कहने से कुछ नहीं होगा।''

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