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खिलाड़ी की ज़ुबानी

द ब्रिज EXCLUSIVE: कॉमनवेल्थ गेम्स से लौटने के बाद अचानक टीम से बाहर होने की ख़बर ने मुझे हैरान कर दिया - पूनम रानी मलिक

द ब्रिज EXCLUSIVE: कॉमनवेल्थ गेम्स से लौटने के बाद अचानक टीम से बाहर होने की ख़बर ने मुझे हैरान कर दिया - पूनम रानी मलिक
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Syed Hussain

Published: 27 Sep 2019 11:06 AM GMT

भारतीय विमेंस हॉकी की अगर बात करें तो इसमें पूनम रानी मलिक का नाम भी आना लाज़िमी है, भारत के लिए 150 से ज़्यादा मैच 30 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय गोल और 15 साल की उम्र में भारतीय हॉकी टीम में डेब्यू, 2013 में जर्मनी में खेले गए जूनियर वर्ल्ड कप में भारत को कांस्य जिताना और कई ऐसे बड़े कीर्तिमान जो पूमन रानी मलिक को एक अलग मुक़ाम पर पहुंचाते हैं। लेकिन फ़िलहाल पूनम भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा नहीं हैं लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी है और एक बार फिर भारतीय हॉकी टीम में वापसी के लिए मेहनत कर रही हैं।

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पूनम रानी मलिक उन खिलाड़ियों में से हैं जिनका हॉकी में आना और देश के लिए खेलना किसी करिश्मे से कम नहीं था, हरियाणा के एक छोटे से गांव से निकलकर नीदरलैंड्स में डेब्यू करना पूनम का हौसला और जज़्बा दिखाता है । इन्हीं चीज़ों ने पूमन को इतना मज़बूत बना दिया है कि वह अब इस विपरित परिस्थिति से भी बाहर आते हुए पूनम की नज़र भुवनेश्वर में होने वाले ओलंपिक क्वालिफ़ायर्स पर है जहां वह दोबारा भारतीय जर्सी में मैदान में उतरने के लिए बेक़रार हैं। हालांकि पूनम क्यों बाहर हैं, वह उन्हें ख़ुद भी नहीं पता और यही बात उन्होंने द ब्रिज हिन्दी के कंटेंट हेड सैयद हुसैन के साथ बाचचीत में भी कही, उसके अलावा पूनम ने और क्या कुछ कहा, पढ़िए पूरा इंटरव्यू।

सवाल: इन दिनों भारतीय हॉकी टीम पुरुष और महिला दोनों में काफ़ी अच्छा कर रही है, एक खिलाड़ी के तौर पर बाहर से देखने में ये कैसा लगता है ?

जवाब: मुझे बहुत अच्छा लग रहा है, क्योंकि मैं हमेशा से चाहती हूं कि भारत हॉकी में फिर वही पुरानी यादों की तरह खेले और हम अच्छा खेल रहे हैं। ये काफ़ी सुखद है, मैं कोशिश करूंगी कि दोबारा टीम का हिस्सा बनूं।

सवाल: पूनम, अभी कानपूर में 5 ए साइड राष्ट्रीय सीनियर टूर्नामेंट में भी आपने हिस्सा नहीं लिया, क्यों ?

जवाब: मैंने जानबूझकर ऐसा किया, क्योंकि मुझे लग रहा था कि अभी मुझे फ़िट्नेस पर ध्यान देना ज़्यादा ज़रूरी है ताकि मैं सीनियर नेश्नल टूर्नामेंट में खेलूं और अच्छा प्रदर्शन कर सकूं। मैंने अपने विभाग की तरफ़ से एक टूर्नामेंट खेलते हुए महसूस कर रही थी कि मेरी मांसपेशियां टाइट हो गई हैं, इसलिए मैंने ख़ुद को इस टूर्नामेंट से ड्रॉप करते हुए फ़िट्नेस पर ध्यान देना मुनासिब समझा।

पूनम रानी मलिक ने 15 साल की उम्र में भारत के लिए किया था नीदरलैंड्स में डेब्यू

सवाल: कॉमनवेल्थ गेम्स और उससे पहले कनाडा में हुए टूर्नामेंट में भारत और आपका भी प्रदर्शन अच्छा रहा था, तो फिर उसके बाद ऐसा क्या हुआ कि आप टीम से बाहर हो गईं ?

जवाब: इसका जवाब मेरे पास भी नहीं है, क्योंकि जब मैं कॉमनवेल्थ गेम्स से लौटकर आई तो अचानक मुझे पता चला कि मेरा नाम आगे के कैंप में भी नहीं है। मैं बहुत परेशान हुई, पता लगाने की कोशिश भी किया लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया कि आख़िर वजह क्या थी। लेकिन एक बात अच्छी ये है कि भारतीय हॉकी के हाई परफ़ॉर्मेंस डायरेक्टर डेविड जॉन ने मुझे समझाया और कहा कि आप सीनियर नेश्नल में अच्छा करो ताकि दोबारा टीम इंडिया में आ सको।

सवाल: आप अपनी वापसी के लिए आगे किस तरह के प्लान किए हैं, कैसे वापसी करेंगी ?

जवाब: मैं जितना ज़्यादा मेहनत कर सकती हूं, उतना करने की कोशिश करूंगी। मुझे पूरा भरोसा है कि मैं अगर अपना सर्वश्रेष्ठ दूं और सीनियर नेश्नल में मेरा प्रदर्शन इतना शानदार हो कि मैं एक बार फिर टीम इंडिया में वापस आ जाऊं| अभी दिमाग़ में बस यही चल रहा है।

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