Begin typing your search above and press return to search.

कुश्ती

जितेंदर सिंह को हरा कर सुशील कुमार को मिला वर्ल्ड चैम्पियनशिप का टिकट

हार के बाद जितेंदर सिंह का आरोप, ''सुशील ने मेरी आंखों पर जानबूझकर मारा''

जितेंदर सिंह को हरा कर सुशील कुमार को मिला वर्ल्ड चैम्पियनशिप का टिकट
X
By

P. Divya Rao

Published: 20 Aug 2019 12:55 PM GMT

एक विवादस्पद मुकाबले में भारत को दो बार ओलंपिक पदक दिलाने वाले सुशील कुमार ने जितेंदर सिंह को 74 किग्रा केटेगरी में हरा कर वर्ल्ड चैंपियनशिप में जाने वाली टीम में जगह बना ली है|

मैच की शुरुआत में सुशील कुमार ने पहले ही पीरियड में 4 - 0 से बढ़त बना ली थी ओर इस बीच जितेंदर की बांयी आँख को घायल भी कर बैठे थे। 36 वर्षीय सुशिल , जिन्होंने एक साल बाद खेल में वापसी करते हुए बेलारूस में खेले मुकाबले में निराशाजनक प्रदर्शन किया था, उसके बाद उनके खेल पर काफ़ी सवाल भी उठे थे। हालांकि इस मुक़ाबले में उन्हें जीत तो मिली लेकिन जितेंदर का आरोप है कि सुशील ने जानबूझकर उनकी आंख में चोट पहुंचाई।

इस मुकाबले में सुशील की तरफ से एक दांव खेलने के दौरान, जितेंदर की कोहनी में भी चोट लगी| पर इसके बावजूद जितेंदर ने हार न मानते हुए सुशील के पैरों को जकड़ने की कोशिश की पर ढंग से अपनी पकड़ न बनाने के कारन उनको प्वाइंट नहीं मिला।

https://twitter.com/jon_selvaraj/status/1163776882392780800?s=20

मैच के बाद जितेंदर ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि, "मैं तो कुश्ती कर रहा था ओर वह (सुशील) न जाने क्या करना चाह रहे थे, आंख में लगी चोट के बाद मैं अच्छे से देख भी नहीं पा रहा था।"

जितेंदर के कोच, जयवीर ने भी सुशील के खेल को गलत ठहराते हुए उनपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि "सुशील ने यह जानभूझ कर किया, वह सालों से यही करता आ रहा है। रेफरी भी सब मिले हुए हैं, वह नहीं चाहते कि सुशील के खिलाफ कोई ओर जीते। उसने यह सब 2012 के ओलंपिक्स से सीखा।''

दूसरी तरफ सुशील कुमार ने इस पर सफ़ाई देते हुए कहा कि, "यह एक अच्छा मैच था, जितेंदर मेरे भाई जैसा है ओर अगर ऐसे मैच देश में होने लगे तो देश काफी तरक्की करेगा। में रफ़ नहीं खेलता, मेरे कोच ने बस मुझे यह मैच जीतने के लिए बोला था। जितेंदर मेरे भाई जैसा है, जब भी मिलता है पैर छूता है।"

सुशील कुमार अपने फॉर्म को लेकर पहले भी कटघरे में रहे है|
सुशील कुमार अपने फॉर्म को लेकर पहले भी कटघरे में रहे है|

रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष, ब्रिज भूषण सिंह भी सुशील की तारीफ करते नज़र आए। उन्होंने कहा, "गेम रफ नहीं था, विनेश फोगाट को भी घुटने में चोट लगी थी तो क्या ओपोनेंट रफ़ थी? रेसलिंग में कोई हाथ बांध कर नहीं आता है।"

जितेंदर सिंह के लिए भी अभी उम्मीद ख़त्म नहीं हुई है, 79 किग्रा के केटेगरी में वह आज के खेल के विजेता वीरदेव गुलिया से मुकाबला करेंगे।

Next Story
Share it