ताजा खबर
दिल्ली में 9 से 11 सितंबर के बीच होगा साइकलिंग ट्रैक एशिया कप, वर्ल्ड नंबर-1 एसो अल्बेन पर होंगी सभी की निगाहें
साइकलिंग फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडिया के तत्वाधान में 9 से 11 सितंबर के बीच ट्रैक एशिया कप होने जा रहा है। इस बड़े साइकलिंग इवेंट का छठा संस्करण दिल्ली के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के साइकलिंग वेलोड्रोम में आयोजित होगा। इस टूर्नामेंट वर्ल्ड नंबर वन जूनियर साइकलिस्ट एसो अल्बेन भी शिरकत कर रहे हैं। साइकलिंग फ़ेडरेशन ने इसकी शुरुआत 2014 में की थी और तब शायद ही कोई बड़ा नाम इस प्रतियोगिता में जुड़ा था। लेकिन तब से अब तक इस ट्रैक एशिया कप काफ़ी आगे आ चुका है और अब इसकी पहचान जूनियर साइकलिंग वर्ल्डकप तक भी हो चुकी है।
इस इवेंट में एशिया और यूरोप की 12 टीमें हिस्सा लेंगी, जिसे UCI क्लास वन टूर्नामेंट के अंदर रखा गया है। अहम बात ये है कि ये सिर्फ़ वर्ल्ड कप या वर्ल्ड चैंपियनशिप का ही हिस्सा नहीं है बल्कि टोक्यो 2020 ओलंपिक क्वालिफ़ायर इवेंट होगा। जिसकी शुरुआत 2018 जुलाई से हो चुकी है और ये फ़रवरी 2020 तक चलेगा, जो इस इवेंट को और भी प्रतिस्पर्धी बनाता है।
जानिए कब और कैसे भारतीय साइकलिस्ट दल ने रचा था इतिहास और जीता था गोल्ड
इस इवेंट में मुख्य तौर पर थाईलैंड, हांगकांग, कज़ाक़िस्तान और मलेशिया चुनौती पेश करेंगे। सितंबर 7 से ही हर जगह से टीमों की आने की शुरुआत हो चुकी है, जो जमकर अभ्यास में जुटी हैं। इस टूर्नामेंट का मुख्य आकर्षण होंगे एसो अल्बेन जो UCI वर्ल्ड जूनियर रैंकिंग में फ़िलहाल काइरीन एंड स्प्रिंट इवेंट में नंबर-1 हैं।
जूनियर स्प्रिंट टीम इवेंट में भी भारतीय टीम दूसरे रैंक पर है, जो इस टूर्नामेंट को और भी ख़ास बना रहे हैं। हाल ही में हुई वर्ल्ड जूनियर ट्रैक चैंपियनशिप में भारतीय स्प्रिंट टीम ने गोल्ड मेडल भी जीता था। उसी चैंपियनशिप में एसो अल्बेन ने तीन पदक हासिल किया था, वह यहां भी भारतीय टीम की अगुवाई करेंगे। साथ ही साथ एसो अल्बेन पहली बार सीनियर लेवल पर भी हिस्सा ले रहे हैं, यानी उन्हें इस स्तर पर देखना दिलचस्प होगा।
जब वर्ल्ड जूनियर ट्रैक चैंपियनशिप में एसो अल्बेन ने जीता था रजत पदक
सीनियर विमेंस टीम के सामने भी हांगकांग, मलेशिया और थाईलैंड की कड़ी चुनौती होगी जिसकी अगुवाई करेंगी देबोराह और अलीना रेजी।