भारोत्तोलन
मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिननुंगा और अचिंता शेउली समेत अन्य भारोत्तोलक एशियाई चैंपियनशिप में नहीं लेंगे हिस्सा
यह सभी भारोत्तोलक मंगलवार को अमेरिका रवाना होंगे जहां वे सेंट लुई में साढ़े तीन हफ्ते के स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन ट्रेनिंग शिविर में हिस्सा लेंगे।
भारत की स्टार भारोत्तोलक और ओलंपिक रजत पदक विजेता मीराबाई चानू आगामी एशियाई चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेंगी।मीराबाई के साथ राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण हासिल करने वाले जेरेमी लालरिनुंगा और अचिंता शेउली भी इस चैंपियनशिप में नहीं खेलेंगे। इसके अलावा 6 से 16 अक्टूबर तक बहरीन के मनामा में होनी वाली एशियाई चैंपियनशिप में अन्य शीर्ष भारोत्तोलक भी बहरीन नही जायेंगे।
दरअसल, यह सभी भारोत्तोलक मंगलवार को अमेरिका रवाना होंगे जहां वे सेंट लुई में साढ़े तीन हफ्ते के स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन ट्रेनिंग शिविर में हिस्सा लेंगे। इन भारोत्तोलकों में मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिननुंगा, अचिंता शेउली, संकेत सरगर, बिंद्यारानी देवी, गुरदीप सिंह और 2018 राष्ट्रमंडल खेल चैंपियन आरवी राहुल तथा एशियाई चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता झिली डालबेहड़ा शामिल है जो सेंट लुई जाएंगे।
भारोत्तोलन कोच विजय शर्मा ने कहा,"हम 23-24 दिन अमेरिका में रहेंगे। यह ऑफ सेशन है इसलिए हम वहां स्ट्रेंथ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।"
वहीं राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान कोहनी में लगी चोट के कारण सर्जरी कराने वाले सरगर रिहैबिलिटेशन में हिस्सा लेंगे।
विजय ने कहा,''इन सभी वेटलिफ्टरों को छोटी-मोटी चोट हैं, जैसे गुरदीप की कलाई में चोट है। संकेत रिहैबिलिटेशन में हिस्सा लेगा। हम चाहते हैं कि विश्व चैंपियनशिप के लिए सभी पूरी तरह फिट हों।''
बता दें भारत के यह सभी भारोत्तोलक डॉ.आरोन होर्शिग के साथ काम करेंगे जो खुद एक पूर्व भारोत्तोलक हैं और अब फिजिकल थेरेपिस्ट तथा स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन कोच हैं।
एशियाई चैंपियनशिप 6-16 अक्टूबर तक बहरीन के मनामा में होनी है। भारत अपनी 'बी' टीम को मैदान में उतारेगा जिसमें जूनियर भारोत्तोलक शामिल होंगे। शर्मा ने कहा,"राष्ट्रमंडल खेलों से लौटे भारोत्तोलक एशियाई चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा नहीं करेंगे, हम अपनी 'बी' टीम भेजेंगे।" मुख्य कोच ने कहा,"ध्यान विश्व चैंपियनशिप पर है जो पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालफाइंग प्रतियोगिता है।"
गौरतलब है कि कोलंबिया के बगोटा में 5 से 15 दिसंबर तक होने वाली विश्व चैंपियनशिप साल 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए पहली क्वालिफाइंग प्रतियोगिता हैं।