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भारोत्तोलन

Commonwealth Games 2022: घास काटने वाले हाथों ने उठाया कांस्य पदक, जानिए हरजिंदर कौर की पूरी कहानी

भारत की हरजिंदर कौर ने कमाल कर दिया। बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता।

Commonwealth Games 2022: घास काटने वाले हाथों ने उठाया कांस्य पदक, जानिए हरजिंदर कौर की पूरी कहानी
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Sakshi Gupta

Updated: 2 Aug 2022 1:55 PM GMT

भारत की हरजिंदर कौर ने कमाल कर दिया। बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता।

भारोत्तोलन में 71 किलोग्राम भार वर्ग में कुल 212 किलो वजन उठाकर भारत को कांस्य पदक दिलाया। पहले राउंड स्नैच में जहाँ 93 किलो वजन उठाया। वहीं, क्लीन एण्ड जर्क में 119 किलो वजन उठाकर पदक की दावेदारी पेश की।

हरजिंदर के पदक जीतते ही उनके लिए बधाई देने वालों की लाइन लग गई। और उस कतार में शामिल रहे भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी। वहीं पंजाब सरकार ने हरजिंदर कौर के लिए 40 लाख रुपए की नकद इनाम राशि देने की भी घोषणा की।

लेकिन यहाँ तक का सफर तय करने में हरजिंदर की मेहनत बेमिसाल रही। जिन हाथों ने खेतों में घास काटी हो, यदि वे हाथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करें, तो इसके पीछे के संघर्ष को समझा जा सकता है।

आपको बता दें हरजिंदर पंजाब में नाभा के गांव मेहस की रहने वाली हैं। हरजिंदर कौर के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। उनके परिवार के सदस्य दूसरों के खेतों में घास काटने का काम करते हैं। हालांकि छह भैंसें हैं और उनके लिए घास काटने का काम हरजिंदर ही करती हैं। लेकिन गुज़ारा चलाने के लिए इतना काफी नहीं। अभी भी हरजिंदर का परिवार एक कमरे के घर में ही अपना जीवन यापन करता है।

हरजिंदर कौर ने शुरुआत कबड्डी खेलने से की। जब वह सरकारी स्कूल नाभा में पढ़ाई कर रही थीं, तब उन्हें कबड्डी टीम में शामिल किया गया। जब वह कॉलेज में गईं, तो कॉलेज टीम में भी शामिल हुईं। इसके बाद फिर हरजिंदर ने पंजाब की यूनिवर्सिटी पटियाला में स्पोर्ट्स विंग जॉइन कर लिया। यहीं पर हरजिंदर को मिले उनके कोच परमजीत शर्मा। जिन्होंने हरजिंदर की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें एक नई उड़ान दी।

उनकी मजबूत बाहों को देखते हुए पहले उनके कोच ने उन्हें रस्साकसी टीम में लिया। फिर इसके बाद वेटलिफ्टिंग में शामिल किया।

लेकिन अभी भी समस्याओं का कहाँ अंत था। जब आगे की तैयारी के लिए हरजिंदर को रुपयों की जरूरत पड़ी, तो हरजिंदर के परिवार वालों ने गाँव के बैंक से पचास हजार रुपए का लोन भी लिया। इसके साथ ही परिवार वालों को रिश्तेदारों से भी कुछ उधार लेना पड़ा। लेकिन, हरजिंदर ने मानो सोच लिया था कि इन सब बातों का फल परिवार वालों को ज़रूर देना ही है।

2017 में हरजिंदर कौर ने स्टेट वेटलिफ्टिंग चैंपियन का खिताब अपने नाम किया। इसी साल हरजिंदर ने उड़ीसा में सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में 71 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले खेलो इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स में रजत पदक भी जीत चुकी हैं। वहीं ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स में भी हरजिंदर कौर ने रजत पदक जीता था।

हरजिंदर कौर के कांस्य पदक ने देश का नाम ऊँचा किया है। पंजाब सहित संपूर्ण देश में खुशी का माहौल है।

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