भारोत्तोलन
नाडा ने वेटलिफ्टर सर्बजीत पर लगाया चार साल का बैन, नेशनल चैंपियनशिप में जीत चुकी हैं स्वर्ण
हाल ही में भारतीय एथलीटों के डोप टेस्ट में फेल होने के कई मामले सामने आये हैं, वेटलिफ्टिंग भी इससे अछूता नहीं बचा है। राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीत चुकी भारतीय महिला वेटलिफ्टर सर्बजीत कौर पर राष्ट्रीय एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) ने चार साल का प्रतिबंध लगाया है। उन पर यह कार्यवाई प्रतिबंधित ड्रग के सेवन के कारण की गई है। गौरतलब है कि सर्बजीत ने साल 2019 में 71 किलोग्राम वर्ग में नेशनल चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता था।
नाडा ने बुधवार को इस संबंध में एक बयान जारी कर कहा, "एंटी डोपिंग की अनुशासन पैनल ने वेटलिफ्टर सर्बजीत कौर को एंटी डोपिंग नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया है। उनके ऊपर चार साल की अवधि का प्रतिबंध लगाया गया है। कौर को टेस्ट में पॉजिटीव पाया गया था, उनको प्रतिबंधित ड्रग लेने का दोषी पाया गया है।"
नाडा ने पंजाब की सर्बजीत पर डोपिंग टेस्ट में फेल होने के बाद कड़ा फैसला करते हुए उन्हें 4 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। 71 किलोग्राम वर्ग में नेशनल चैंपियन सर्बजीत का सैंपल 34वें नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप के दौरान लिया गया था।
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हाल ही में अलग-अलग खेलों में कई डोपिंग के मामले सामने आये हैं, जो कि निश्चित ही चिंता का विषय है। इससे पहले 28 दिसंबर को एक अन्य वेटलिफ्टर सीमा पर भी 4 साल का बैन लगाया गया था। उन्हें एनाबोलिक ड्रग सेवन का दोषी पाया गया था। दूसरी तरफ जूनियर कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता वेट लिफ्टर पूर्णिमा पांडेय का प्रतिबंध दो साल का कर दिया गया था। पहले उन पर नाडा ने चार साल का प्रतिबंध लगाया था। एक और वेटलिफ्टर मुकुल शर्मा पर चार साल का प्रतिबंध लगा है।
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