टेनिस
सानिया मिर्जा ने दुबई में हार के साथ अपने करियर का अंत किया
सानिया ने अपने करियर में छह ग्रैंडस्लैम खिताब जीते
भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा के करियर का अंत हो गया है। दुबई में डब्ल्यूटीए दुबई ड्यूटी फ्री चैम्पियनशिप के पहले दौर में अपनी अमेरिकी जोड़ीदार मैडिसन कीज के साथ सीधे सेटों में हारकर अपने स्वर्णिम करियर का अंत किया। दरअसल, भारत की सबसे सफल टेनिस खिलाड़ियों में से एक सानिया मिर्जा ने कुछ समय पहले ही इंटरनेशनल टेनिस से अपने संन्यास का ऐलान किया था। सानिया ने हाल ही में ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंचकर अपनी ग्रैंडस्लैम यात्रा का भी अंत किया।
सानिया और कीज की जोड़ी रूस की वेरोनिका कुदेरमेतोवा और ल्यूडमिला सैमसोनोवा से ठीक एक घंटे तक चले मैच में 4-6, 0-6 से हार गईं। दुबई ओपन में दोनों टीमों ने शुरू में एक दूसरे की सर्विस तोड़ी जिससे एक समय स्कोर 4-4 से बराबरी पर था। इसके बाद हालांकि रूसी जोड़ी ने सानिया और कीज की सर्विस तोड़ी और फिर अपनी सर्विस बचाकर पहला सेट अपने नाम किया। सानिया और उनकी जोड़ीदार ने दूसरे सेट के शुरू में ही अपनी सर्विस गंवा दी और इसके बाद वापसी करने में नाकाम रही।
वेरोनिका एकल में 11वें और युगल रैंकिंग में पांचवें नंबर पर हैं जबकि ल्यूडमिला युगल में 13वें स्थान पर हैं।
छत्तीस वर्षीय सानिया 2003 में पेशेवर बनी थी। उन्होंने अपने करियर में छह ग्रैंडस्लैम खिताब जीते जिनमें तीन महिला युगल और इतने ही मिश्रित युगल के खिताब शामिल है। महिला युगल में उन्होंने अपने तीनों ग्रैंडस्लैम खिताब मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर जीते।
अपने तीन मिश्रित युगल ग्रैंडस्लैम खिताब में से दो खिताब उन्होंने हमवतन महेश भूपति (2009 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन और 2012 में फ्रेंच ओपन) के साथ मिलकर जीते। उन्होंने ब्रूनो सोरेस के साथ मिलकर अमेरिकी ओपन का खिताब जीता था।