टेनिस
Watch Video: यूएस ओपन के दौरान सेरेना विलियम्स ने खेला अपना फेयरवेल मैच, फैंस का प्यार देख हुई भावुक
सेरेना को आखिरी बार कोर्ट पर देखने आए फैंस ने उन्हें खड़े होकर अंतिम विदाई दी तो सेरेना भी अपने आंसूओं को रोक नहीं पाई।

अमेरिकी महान टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने शुक्रवार को यूएस ओपन के तीसरे राउंड में अपने टेनिस करियर का आखिरी मुकाबला खेलते हुए विदाई ली। उन्हें ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी आइला टॉमलियानोविक ने 7-5, 6-7(4), 6-1 से हराया। इस हार के साथ ही 23 बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन सेरेना ने टेनिस से संन्यास ले लिया। जब सेरेना को आखिरी बार कोर्ट पर देखने आए फैंस ने उन्हें खड़े होकर अंतिम विदाई दी तो सेरेना भी अपने आंसूओं को रोक नहीं पाईं।
अपने शानदार करियर के आखिरी मुकाबले के बाद भावुक होते हुए सेरेना ने लोगों के प्यार के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, "मैं यहां मौजूद सभी लोगों को धन्यवाद देती हूं, जो इतने सालों, दशकों से, सचमुच दशकों से मेरा समर्थन करते आए हैं। यह सब मेरे माता-पिता के साथ शुरू हुआ। मैं उनका आभारी हूं। मुझे लगता है ये खुशी के आंसू हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "यदि वीनस न होती तो सेरेना भी नहीं होती। वह एकमात्र कारण है जिससे सेरेना विलियम्स कभी अस्तित्व में थीं। यह एक मजेदार सफर रहा। यह मेरे जीवन में अब तक की सबसे अविश्वसनीय यादें हैं"
दुनियाभर में अपना नाम कमाने वाली दिग्गज खिलाड़ी सेरेना ने अपने पूरे करियर में ऑस्ट्रेलियन ओपन में 92 मैच, फ्रेंच ओपन में 69, प्रतिष्ठित विंबलडन में 98 और अपने घरेलू ग्रैंड स्लैम यूएस ओपन में 108 जीत के बाद टेनिस को अलविदा कहा।
सेरेना विलियम्स ने 2002 में फ्रेंच ओपन में अपना पहला एकल खिताब जीता था, जिसके बाद अगले 15 सालों ने इस महान खिलाड़ी ने 23 ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम किया। सेरेना ने विंबलडन और ऑस्ट्रेलियाई ओपन 7-7 बार जीता है, अमेरिकी ओपन में वह 6 बार चैंपियन, तीन बार फ्रेंच ओपन चैंपियन भी बनी हैं। इसके अलावा उनके नाम महिला युगल मुकाबलों में 12 ग्रैंड स्लैम खिताब है। वो दो बार मिश्रित युगल में भी चैंपियन बन चुकी हैं।
इतना ही नहीं सेरेना ने चार ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते हैं जिसमें तीन महिला युगल खिताब शामिल है जो उनकी बहन वीनस विलियम्स के साथ साझा किया गया एक ऑल टाइम रिकॉर्ड है।
बता दें सेरेना के पास सबसे ज्यादा वक्त तक नंबर वन रहने का रिकॉर्ड है। वह लगातार 186 हफ्तों तक डब्ल्यूटीए रैंकिंग में नंबर 1 महिला एकल खिलाड़ी थीं।