टेबल टेनिस
बचपन के कोच से ट्रेनिंग छोड़ मनिका बत्रा ने थामा नए कोच का साथ
भारत की सर्वोच्च वरीयता प्राप्त और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने अपने करियर को लेकर गंभीर फैसला किया है। मनिका ने अपने बचपन के कोच संदीप गुप्ता से ट्रेनिंग नहीं लेने का फैसला किया है। अब मनिका पुणे में सन्मय परांजपे के मार्गदर्शन में अभ्यास किया करेंगी। टीटीएफआई के सचिव एमपी सिंह ने इस बारे में एक समाचार एजेंसी को बताया कि ''टॉप्स की 18 मार्च को हुई बैठक में मनिका ने समिति को अपने फैसले के बारे में बताया। यह उनका निजी फैसला है और हम उन्हें शुभकामनायें देते हैं।''
सिंह ने आगे बताया कि टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) की बैठक में मनिका ने अपने फैसले से समिति को अवगत करा दिया था। गौरतलब है कि 23 वर्षीय मनिका बत्रा पंजाबी बाग स्थित अकादमी में आठ वर्ष की उम्र से ट्रेनिंग ले रही थीं। संदीप गुप्ता से उन्होंने 15 साल तक ट्रेनिंग ली है। संदीप के कोच रहते ही मनिका ने देश और विदेश में काफी नाम कमाया साथ ही कई पदक भी अपने खाते में दर्ज किए।
दोनों ने आखिरी बार इस साल जनवरी में बुडापेस्ट में हंगरी ओपन के दौरान काम किया था। संयोग से, मनिका बत्रा के लिए वह उस महीने एक भूल जाने योग्य राष्ट्रीय चैंपियनशिप थी, जिसमें आयहिका मुखर्जी, कृतिका सिन्हा रॉय और अंतिम विजेता अर्चना कामथ के पीछे चौथे स्थान पर रहीं। बता दें कि मनिका ने पिछले वर्ष राष्ट्रमंडल खेलों में चार पदक जीतकर रिकार्ड कायम किया था।
इसके बाद एशियन खेलों में मनिका बत्रा ने शरथ कमल के साथ मिलकर कांस्य पदक पर कब्जा जमाया था। उम्मीद है बत्रा का नए कोच के साथ प्रदर्शन में और ज्यादा निखार आएगा जिसकी बदौलत वह 2020 टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतकर हिंदुस्तान का नाम रोशन करेगी।