स्क्वाश
Commonwealth Games 2022: पदक हासिल करने के बाद भावुक हुए सौरव घोषाल, नही रोक पाए खुद के आंसू
सौरव ने इंग्लैंड के जेम्स विल्सट्रॉप को सीधे गेम में 3-0 से हराकर कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को पहली बार स्क्वाश के खेल में पदक दिलाने वाले स्टार खिलाड़ी सौरव घोषाल पदक हासिल करने के बाद खुद को रोक नहीं पाए और दर्शकों के सामने रो पड़े। सौरव ने इंग्लैंड के जेम्स विल्सट्रॉप को सीधे गेम में 3-0 से हराकर कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इसी के साथ सौरव घोषाल स्क्वॉश के एकल स्पर्धा में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।
अकेले दम पर सौरव ने इतिहास रचते हुए भारत को पदक जिताया, जिसके बाद वह अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके और कोर्ट के भीतर उनके उत्साह, खुशी और आंसू के भाव एकसाथ झलक पड़े। स्टैंड्स में बैठी उनकी पत्नी से मिलने की बेताबी और गले लगकर रोना, बताता है कि इस पदक को पाने के लिए उन्होंने परिवार से अलग रहकर कितनी कुर्बानी दी होगी।
इतिहास रचने के ठीक एक दिन पहले सौरव घोषाल को करारी हार का सामना करना पड़ा था। सौरव घोषाल को दुनिया के नंबर-2 खिलाड़ी न्यूजीलैंड के पॉल कोल से हार झेलनी पड़ी थी। पॉल ने उन्हें 11-9, 11-4, 11-1 से करारी शिकस्त दी थी, जिसके बाद सौरव स्वर्ण पदक जीतने की रेस से बाहर हो गए थे। जिसके बाद उनके लिए पदक की एकमात्र उम्मीद शेष थी। और उन्होंने यह मौका बिल्कुल नही छोड़ा और कांस्य जीतकर अपना ही नहीं बल्कि देश का नाम भी रौशन कर दिया।
राष्ट्रमंडल खेलों में उनके सफ़र को देखे तो, साल 2010 में वह तीसरे राउंड में बाहर हुए थे, जबकि साल 2014 में उन्हें कांस्य पदक मैच में शिकस्त झेलनी पड़ी। साल 2018 में सौरव एकल स्पर्धा के राउंड ऑफ-32 में बाहर हुए थे। हालांकि मिश्रित युगल स्पर्धा में उन्होंने रजत पदक हासिल किया था।