स्क्वाश
Commonwealth Games 2022: पदक जीतने के लिए तैयार भारतीय स्क्वाश टीम, एकल स्पर्धा पर होगा विशेष ध्यान
स्क्वाश को राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार 1998 में शामिल किया गया था। तब से लेकर अब तक भारत केवल तीन पदक ही जीत पाया है।
बर्मिंघम में आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल सभी स्पर्धाओं के लिए भारतीय खिलाड़ियों ने जोरदार तैयारी की हैं। 28 जुलाई से शुरू होने वाले खेलों के लिए भारतीय स्क्वाश टीम की भी निगाहें पदक हासिल करने पर हैं। स्पर्धा के सभी वर्गों में पदक जीतने के जुनून के साथ भारतीय स्क्वाश टीम बर्मिंघम पहुंच गई हैं।
भारतीय स्क्वाश टीम का जिम्मा पिछले पंद्रह सालों से दीपिका पल्लीकल, जोशना चिनप्पा और सौरभ घोषाल की तिकड़ी ने अपने कंधो पर उठा कर रखा हैं। इस बार के खेलों में भी पदक जीतने के लिए इन तीनों खिलाड़ियों ने कड़ी मेहनत की हैं। जिसमें सौरभ घोषाल और जोशना चिनप्पा एकल में पदक जीतने के सारे प्रयास करेंगे। हालाकि इस बार के खेल उनके आखिरी राष्ट्रमंडल खेल भी हो सकते हैं।
भारत अभी तक एकल में पदक नहीं जीत पाया है, जिस वजह से जोशना और घोषाल ने इस बार जमकर तैयारी करी है। उनका कहना है कि इस बार वह पदक जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। वहीं दीपिका ने वापसी के बाद अभी एकल में खेलना शुरू नहीं किया है।
बता दें, स्क्वाश को राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार 1998 में शामिल किया गया था और तब से लेकर अब तक भारत केवल तीन पदक ही जीत पाया है। जिसमें आठ साल पहले ग्लास्गो में जोशना और दीपिका द्वारा जीता गया ऐतिहासिक स्वर्ण पदक भी शामिल है।
खास बात है कि दीपिका ने घोषाल के साथ मिलकर अप्रैल में विश्व युगल चैंपियनशिप में मिश्रित युगल का खिताब जीतकर शानदार वापसी की हैं।
आगामी राष्ट्रमंडल खेलों के एकल स्पर्धा में पदक जीतने पर घोषाल ने कहा,"ऐसी उम्मीद है की हम पदक जीतेंगे। 20 साल पहले जब हमने खेलना शुरू किया था तब से हमने काफी प्रगति की है। हमने खिलाड़ियों के रूप में भी अच्छी प्रगति की है। राष्ट्रमंडल खेलों में चुनौती कड़ी होती है। यहां पदक जीतना आसान नहीं होता है।''
घोषाल को पिछली बार राष्ट्रमंडल खेलों में तीसरी वरीयता दी गई थी लेकिन वह शुरू में ही बाहर हो गए थे।
जिसपर उन्होंने कहा,"मैं ड्रा के बारे में नहीं सोच रहा हूं पिछली बार मैंने ऐसी गलती की थी। मैं एक बार में एक मैच पर ध्यान देना चाहता हूं।''
राष्ट्रमंडल खेलों के लिए बर्मिंघम रवाना होने से पहले भारतीय स्क्वाश टीम ने चेन्नई में विश्व के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी ग्रेगरी गॉल्टियर की देखरेख में अभ्यास किया हैं।
गौरतलब है कि इस बार की भारतीय महिला टीम में 14 वर्षीय अनहत सिंह भी शामिल है, जिन्होंने पिछले महीने एशियाई जूनियर स्क्वाश चैंपियनशिप में लड़कियों के अंडर-15 वर्ग में खिताब जीता था। अनहत अभी तक 46 राष्ट्रीय सर्किट और दो राष्ट्रीय खिताब जीत चुकी है। उनके नाम पर अभी तक आठ अंतरराष्ट्रीय खिताब दर्ज हैं।
हिस्सा लेने वाले खिलाडियों की बात करें तो, भारतीय टीम कुछ इस प्रकार हैं
पुरुष एकल: सौरव घोषाल, रामित टंडन, अभय सिंह
महिला एकल: जोशना चिनप्पा, सुनयना कुरुविला, अनाहत सिंह
महिला युगल: दीपिका पल्लीकल / जोशना चिनप्पा
मिश्रित युगल: सौरव घोषाल / दीपिका पल्लीकल, रामित टंडन / जोशना चिनप्पा
पुरुष युगल: रामित टंडन / हरिंदर पाल सिंह संधू, वेलावन सेंथिलकुमार / अभय सिंह