ताजा खबर
क्या भारत के दिग्गज निशानेबाज़ों के लिए भी नहीं है होस्टल की सुविधा ?
टोक्यो ओलंपिक के पहले भारतीय निशानेबाज़ों का फ़ॉर्म बेहतरीन नज़र आ रहा है, अगले साल होने वाले टोक्यो 2020 के लिए भारत की तरफ़ से 9 निशानेबाज़ों ने अपनी जगह भी पक्की कर ली है। जिनमें अपूर्वी चंदेला, अंजुम मोडगिल, यशिस्वनी सिंह देसवल, इलावेनिल वलारिवन, मानु भाकर, राही सरनोबत, संजीव राजपूत, सौरभ चौधरी और अभिषेक वर्मा शामिल हैं।
ज़रूर पढ़ें: कैसे ISSF वर्ल्डकप में इन शूटर्स ने देश का नाम किया रोशन
लेकिन आपको ये जानकर आश्चर्य होगा या कहें कि भारत में खेल को लेकर ख़ुद को सजग बताने वाली सरकार की पोल खुल चुकी है। दरअसल, देश के सबसे बेहतरीन शूटिंग रेंज में से एक डॉक्टर करणी सिंह शूटिंग रेंज का हाल जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
ये वही शूटिंग रेंज हैं जहां देश के कई बड़े निशानेबाज़ भी ट्रेनिंग करने जाते हैं, और उन्हीं में से एक हैं हाल ही ISSF वर्ल्डकप के 10 मीटर पिस्टल इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली यशिस्वनी सिंह देसवल। यशिस्वनी डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में प्रैक्टिस करने जाया करती हैं, उन्होंने इसके हाल पर कुछ इस तरह रोशनी डालने की कोशिश करी।
ये भी पढ़ें: वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के बारे में हर ज़रूरी जानकारी सिर्फ़ यहां
‘’करणी सिंह शूटिंग रेंज देश में सबसे बेहतरीन है, लेकिन यहां होस्टल की सुविधा न होना दुर्भाग्य है। हममें से ज़्यादातर शूटर्स दूसरे राज्यों से आते हैं, ताकि यहां आकर हम इन शानदार सुविधाओं का ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल कर सकें। इसके लिए हमें दिल्ली में कई दिनों तक रुकना पड़ता है, जहां हमारे बस दो ही विकल्प होते हैं या तो हम होटल बुक करें या फिर किसी दोस्त के यहां ठहरें। अगर यहां होस्टल की सुविधा होती तो हम जैसों के लिए बहुत मदद होती।‘’ - यशिस्वनी सिंह देसवल, भारतीय महिला निशानेबाज़
भारत के खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भी डॉक्टर करणी सिंह शूटींग रेंज का दौरा किया और वहां की सुविधाओं से संतुष्ठ दिखाई दिए, जिसका ज़िक्र उन्होंने अपने ट्वीट में भी किया और साथ ही साथ उन्होंने होस्टल सुविधा के बारे में भी कहा है कि अगले दो सालों के अंदर यहां होस्टल सुविधा भी मुहैया करा दी जाएगी।
भारतीय शूटिंग के लिए शानदार रहा है, और दूसरी तरफ़ मूलभूत सुविधाओं की मार झेल रही ऐसी तस्वीरें देखकर इस खेल से जुड़ने वाले युवा शूटरों के मनोबल को भी आघात पहुंचता है।