खेलो इंडिया
उत्तर प्रदेश की शूटिंग कोच सीता शर्मा जिसका सपना खुद देश के लिए खेलना है
गुवाहाटी में खेले जा रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गुरुवार को अंडर-21 वर्ग में उत्तर प्रदेश के निशानेबाजों का दबदबा देखने को मिला। पुरुषों के 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में अर्पित तोमर और आदिल खान ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते। इन निशानेबाजों की प्रतिभा को तराशने में बड़ा योगदान रहा है, उनकी कोच सीता शर्मा का। 29 वर्षीय सीता खुद भी निशानेबाज हैं और और कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में अभ्यास करती हैं।
सीता शर्मा अब भी बतौर निशानेबाज शूटिंग में करियर बनाना चाहती हैं। इसको लेकर उन्होंने कहा, "मेरे पास शूटिंग कोच के रूप में अर्ध-सरकारी नौकरी है। नौकरी ग्यारह महीने के कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर है। हर ग्यारह महीने में, मुझे शूटिंग ट्रायल के माध्यम से चुना जाता है। मैं भारतीय शूटिंग टीम में शामिल होने की कोशिश कर रही हूँ। मैं नौकरी से मिले पैसे से अपने सपनों को पूरा करना करने की कोशिश कर रहीं हूँ। मैं एक अच्छे परिवार से नहीं आती हूं इसलिए मुझे शूटिंग में आगे बढ़ने में और काम करना होगा।"
सीता के पति का पिछले साल निधन हो गया था। इस संबंध में उन्होंने कहा, "मैंने अपने पति को पिछले साल मई में खो दिया था। मेरे पिता अब सेवानिवृत्त हो गए हैं। वह कानपुर में सरकारी बसों में चेक इंस्पेक्टर के पद पर काम करते थे। मेरे पति के निधन के बाद, मैं अपने माता-पिता के घर वापस चली गई।"
सीता शर्मा चाहती हैं कि उनके सिखाये गये निशानेबाज शीर्ष स्तर पर खेलें। सीता ने आगे कहा, "मैं चाहती हूं कि मेरे सिखाये गये निशानेबाज अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले, भले ही मैं उन प्रतियोगिताओं में न खेलूं। मैं चाहती हूं कि मेरे सभी छात्र शीर्ष स्तर पर खेलें। मेरा नाम खिलाड़ी या कोच के रूप में बनाया जा सकता है।"