निशानेबाजी
भारतीय निशानेबाजों के पास ओलंपिक में कई पदक जीतने का मौका: अभिनव बिंद्रा
ओलंपिक चैम्पियन अभिनव बिंद्रा ने कहा कि भारतीय निशानेबाजों के पास टोक्यो 2022 में होने वाले खेलों में कई पदक सहित स्वर्ण जीतने की 'क्षमता' है। सैंतीस साल के बिंद्रा ओलंपिक की निशानेबाजी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले इकलौते भारतीय हैं लेकिन उन्हें उम्मीद है कि आगामी ओलंपिक के बाद इस क्लब में उनके साथ नये खिलाड़ी जुड़ेंगे।
बिंद्रा ने पीटीआई से कहा, '' हम ओलंपिक खेलों के लिए जा रहे हैं जहां हमारे पास कई पदक जीतने का मौका होगा, ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का वास्तविक मौका होगा।'' भारतीय निशानेबाजों के लिए साल 2019 बेहद ही सफल रहा है जहां भारतीय खिलाड़ी राइफल-पिस्टल के सभी विश्व कप सहित विश्व कप फाइनल्स में शीर्ष पर रहे। भारत ने ओलंपिक के लिए रिकार्ड 15 कोटा हासिल किये हैं। रियो ओलंपिक (2016) में निशानेबाजी टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा था जिसके बाद बिंद्रा की अगुवाई में समिति के निर्देश पर कुछ बदलाव किये गये।
हाल के वर्षों में भारतीय निशानेबाजों के अविश्वसनीय प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए उन्होंने उम्मीद जतायी की भारत इस प्रतियोगिता में अच्छा करेगा। उन्होंने कहा, '' भारतीय खिलाड़ियों के पदकों की अच्छी संख्या के साथ लौटने की संभावना है। मुझे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।'' ओलंपिक में निशानेबाजी में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2012 लंदन में दो पदक रहा था। 2008 में बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। भारत के लिये यह 1980 ओलंपिक (हाकी में स्वर्ण) के बाद पहला स्वर्ण पदक था।